डीसीडब्ल्यू ने 'दहेज प्रथा का महिमामंडन' करने वाली किताब के लेखक के खिलाफ कार्रवाई को कहा |

डीसीडब्ल्यू ने ‘दहेज प्रथा का महिमामंडन’ करने वाली किताब के लेखक के खिलाफ कार्रवाई को कहा

डीसीडब्ल्यू ने 'दहेज प्रथा का महिमामंडन' करने वाली किताब के लेखक के खिलाफ कार्रवाई को कहा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:56 PM IST, Published Date : April 5, 2022/8:30 pm IST

नयी दिल्ली, पांच अप्रैल (भाषा) दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर दहेज प्रथा का महिमामंडन करने वाली किताब के लेखक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

टी के इंद्राणी द्वारा लिखित ‘टेक्स्टबुक ऑफ सोशोलॉजी फॉर नर्सेस’ (नर्सों के लिए समाजशास्त्र की पाठ्यपुस्तक) के आवरण पृष्ठ के अनुसार भारतीय नर्सिंग परिषद के पाठ्यक्रम के अनुसार लिखी गई है।

इस पुस्तक में दहेज में माता-पिता की संपत्ति का हिस्सा मिलने को इस प्रतिगामी प्रथा के ‘‘गुणों’’ में से एक बताने वाली बात ‘‘दहेज के लाभ’’ शीर्षक के तहत लिखी गई है। इस संबंधी मीडिया रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए डीसीडब्ल्यू ने प्रधान को पत्र लिखकर ‘‘दहेज व्यवस्था का महिमामंडन करने’’ के लिए लेखक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

मालीवाल ने नर्सिंग छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तक को मंजूरी देने में शामिल संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने मंत्री से पाठ्यक्रम को ‘‘लैंगिक आधार पर समावेशी’’ और ‘‘लैंगिक आधार पर संवेदनशील’’ बनाने की भी सिफारिश की।

उन्होंने कहा, ‘‘यह चिंताजनक कदम भारत सरकार के ‘बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ’ एजेंडे को पूरी तरह से नाकाम कर देता है।’’

मालीवाल ने अपने पत्र के माध्यम से इस बात पर भी प्रकाश डाला कि यह ऐसी कोई एकमात्र घटना नहीं है। पत्र में छात्रों के मन पर किताबों में दहेज का महिमामंडन करने वाले ऐसे अंशों के प्रभाव के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की गई है।

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी प्रधान से इस किताब पर सुधारात्मक कार्रवाई करने की मंगलवार को अपील की।

भाषा

सिम्मी नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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