अरुणाचल में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हुई

अरुणाचल में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हुई

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  • Publish Date - May 20, 2022 / 03:34 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:52 PM IST

ईटानगर, 20 मई (भाषा) अरुणाचल प्रदेश में लापता हुई एक महिला का शव मिलने के बाद, यहां हुए भूस्खलन से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर आठ हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) जिमी चिराम ने बताया कि कुसुम राय (35) का शव यहां एक ढाबे के पीछे पड़े मलबे से छह दिनों के गहन तलाशी अभियान के बाद निकाला गया।

नागेन बर्मन (50) और तापस राय (15) के शव मौके से बरामद किए गए थे और रविवार रात उनके घर के भूस्खलन की चपेट में आने से महिला की मौत की आशंका जताई जा रही थी।

चिराम ने कहा ‘‘राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरआफ), राज्य के अधिकारियों और पुलिस द्वारा लगातार चलाया गया तलाशी अभियान खराब मौसम के कारण बाधित हुआ।’’

कीचड़ में फंसी मोटरसाइकिल को निकालने के प्रयास में सोमवार को दोपहर में गंगा-जुलाई बस्ती रोड पर भूस्खलन में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के दो मजदूर भी दब गए।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के सूत्रों ने बताया कि कुरुंग कुमे जिले में भूस्खलन के कारण तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य लापता है।

उन्होंने बताया कि राज्य के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है और कई जिलों से भूस्खलन की खबरें आ रही हैं।

बुधवार तक 14 जिलों के 33 गांवों में लगभग तीन हज़ार लोग बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं, जिससे भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।

सूत्रों के मुताबिक, कम से कम 7.6 हेक्टेयर कृषि भूमि की फसल नष्ट हो गई, और राज्य में 392 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

मानसून की तैयारियों पर एक बैठक के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बृहस्पतिवार को आपदा के कारण जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए एक मजबूत अग्रिम चेतावनी प्रणाली बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया था।

उन्होंने कहा कि मानसून के समय राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र चौबीस घंटे सक्रिय रहने चाहिए।

भाषा फाल्गुनी मनीषा

मनीषा