एसयूपी चीजों के विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार एक जून से साप्ताहिक मेले लगाएगी: राय |

एसयूपी चीजों के विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार एक जून से साप्ताहिक मेले लगाएगी: राय

एसयूपी चीजों के विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार एक जून से साप्ताहिक मेले लगाएगी: राय

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:57 PM IST, Published Date : May 25, 2022/4:00 pm IST

नयी दिल्ली, 25 मई (भाषा) पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार एकल उपयोग वाले प्लास्टिक (एसयूपी) की चीजों के स्थानों पर विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए एक जून से साप्ताहिक मेले का आयोजन करेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली स्टार्ट-अप नीति के तहत एसयूपी चीजों के विकल्पों के उत्पादन में लगी इकाइयों को प्रोत्साहन राशि भी देगी।

इस नीति का लक्ष्य सफल कारोबार खड़ा करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर राष्ट्रीय राजधानी में उद्यमिता को बढ़ावा देना है ।

राय ने कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को एसयूपी चीजें बेचने वाली दुकानों की एक सूची तैयार करने को कहा गया है ताकि उन्हें उसके विकल्पों का विनिर्माण करने वाली इकाइयों से जोड़ा जा सके।

उन्होंने कहा, ‘‘ एक जुलाई से एसयूपी चीजों पर पाबंदी प्रभाव में आने के बाद ऐसे उत्पादों के श्रमिकों, आपूर्तिकर्ताओं, विनिर्माताओं एवं विक्रेताओं के सामने नयी चुनौती होगी।’’

उन्होंने कहा,‘‘ दूसरी बात, एसयूपी चीजें बड़े पैमाने पर बेची जा रही हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए हमने संबंधित विभागों के साथ एक बैठक में बाजार में उपलब्ध विकल्पों पर चर्चा की। ’’

पर्यावरण मंत्री ने कहा कि एसयूपी के विकल्पों का निर्माण कर रहे स्टार्ट-अप एवं स्वयं-सहायता समूहों ने दिल्ली सचिवालय में 17 स्टॉलों पर अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया।

पिछले साल अगस्त में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर पॉलीस्टिरीन एवं विस्तारित पॉलीस्टिरीन समेत चिह्नित एकल उपयोग प्लास्टिक उत्पादों के विनिर्माण, आयात, भंडारण, वितरण, बिक्री एवं उपयोग पर एक जुलाई, 2022 से रोक लगाने की अधिसूचना जारी की थी।

इन चिह्नित एकल उपयोग प्लास्टिक उत्पादों में ईयरबड, गुब्बारे की प्लास्टिक छड़ी, आईसक्रीम छड़ी, पॉलीस्टिरीन (थमोकॉल), प्लेट, कप, ग्लास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रा, ट्रे, मिठाई के डिब्बों पर लपटी जाने वाली पैकेजिंग फिल्म, निमंत्रण पत्र, सिगरेट के पैकेट, 100 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक या पीवीसी बैनर आदि शामिल हैं।

भाषा राजकुमार मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)