दवा उत्पादों को बाजार में भेजने से पहले उनकी जांच सुनिश्चित की जाए: डीसीजीआई

दवा उत्पादों को बाजार में भेजने से पहले उनकी जांच सुनिश्चित की जाए: डीसीजीआई

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  • Publish Date - October 8, 2025 / 11:37 PM IST,
    Updated On - October 8, 2025 / 11:37 PM IST

नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर (भाषा) भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में कथित तौर पर दूषित कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौत के मद्देनजर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी औषधि नियंत्रकों से आग्रह किया है कि वे दवा उत्पादों को बाजारों में भेजने से पहले उनके कच्चे माल और तैयार दवाओं की जांच सुनिश्चित करें।

मध्य प्रदेश में डायथिलीन ग्लाइकॉल (डीईजी) और एथिलीन ग्लाइकॉल (ईजी) युक्त ‘दूषित’ कफ सिरप के सेवन से पांच बच्चों की हालत गंभीर है जबकि गुर्दे के संक्रमण के कारण 20 बच्चों की मौत हो गई है।

इसके अलावा, राजस्थान के विभिन्न जिलों में कथित तौर पर कफ सिरप पीने से कम से कम तीन बच्चों की मौत हो गई है।

डीसीजीआई ने एक परामर्श में कहा, “सभी राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के औषधि नियंत्रकों से अनुरोध है कि वे औषधि के उत्पादन और उन्हें बाजार में भेजने से पहले जांच सुनिश्चित करें।”

परामर्श में कहा गया है, “इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि निर्माता एक मजबूत आपूर्तिकर्ता अनुमोदन प्रणाली अपनाएं और केवल विश्वसनीय व अनुमोदित आपूर्तिकर्ताओं के कच्चे माल का उपयोग करें।”

भाषा जोहेब प्रशांत

प्रशांत