ईडी ने धनशोधन के आरोप में छह बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया |

ईडी ने धनशोधन के आरोप में छह बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया

ईडी ने धनशोधन के आरोप में छह बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:52 PM IST, Published Date : May 15, 2022/6:19 pm IST

नयी दिल्ली, 15 मई (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय ने रविवार को बताया कि उसने सीमा के आर-पार धनशोधन करने के मामले में छह बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। एजेंसी के मुताबिक इनमें से कुछ लोग जाली पहचान पत्र के जरिये भारतीय के तौर पर ‘‘छिपकर’’ रह रहे थे।

ईडी के मुताबिक गिरफ्तार लोगों में समूह का कथित सरगना प्रशांत कुमार हलदर भी शामिल है। उसपर पड़ोसी देश में 10 हजार करोड़ टका (बांग्लादेशी मुद्रा) की बैंक धोखाधड़ी करने का आरोप है।

ईडी ने यहां जारी बयान में बताया कि प्रशांत, शिव शंकर हलदर (भारतीय पहचान) नाम का इस्तेमाल करता था और इंटरपोल ने उसके खिलाफ वैश्विक गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

एजेंसी ने बताया कि उसके पास बांग्लादेशी और भारतीय पासपोर्ट है। इसके साथ ही उसने एक पासपोर्ट कैरिबियाई देश ग्रेनाडा से भी बनवाया था।

बयान के मुताबिक केंद्रीय एजेंसी ने धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें स्वपन मैत्रा उर्फ स्वपन मिस्त्री, उत्तम मैत्रा उर्फ उत्तम मिस्त्री, इमाम हुसैन उर्फ इमान हलदर, आमना सुल्ताना उर्फ शर्मी हलदर और प्रनेश कुमार हलदर शामिल हैं।

बयान के मुताबिक ईडी ने 13 मई को छापेमारी की कार्रवाई में इन आरोपियों को पकड़ा था और शनिवार को उन्हें अदालत में पेश किया।

एजेंसी ने बताया कि छापेमारी की कार्रवाई पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी नागरिक प्रशांत कुमार हलदर, प्रीतिश कुमार हलदर और उनके सहयोगियों के 11 ठिकानों पर की गई थी।

ईडी ने बताया, ‘‘प्रशांत कुमार हलदर भारतीय नागरिक के तौर पर शिवशंकर हलदर के नाम से छिपकर रह रहा था।’’

एजेंसी ने बताया कि जांच में पाया गया कि प्रशांत कुमार हलदर और उसके सहयोगियों ने ‘‘फर्जीवाड़ा’’ कर भारत सरकार द्वारा जारी पहचान पत्रों जैसे पश्चिम बंगाल से राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड और आधार कार्ड हासिल किया था।

बयान में कहा गया, ‘‘ईडी को पता चला कि इन बांग्लादेशी नागरिकों ने फर्जीवाड़ा कर प्राप्त पहचान पत्रों के आधार पर भारत में कंपनी शुरू की थी और पश्चिम बंगाल में संपत्ति तक खरीदी थी।’’

भाषा धीरज सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)