आईटी रिफंड धोखाधड़ी मामले में ईडी ने महाराष्ट्र, कर्नाटक में जमीन एवं महंगी कारें कुर्क की |

आईटी रिफंड धोखाधड़ी मामले में ईडी ने महाराष्ट्र, कर्नाटक में जमीन एवं महंगी कारें कुर्क की

आईटी रिफंड धोखाधड़ी मामले में ईडी ने महाराष्ट्र, कर्नाटक में जमीन एवं महंगी कारें कुर्क की

:   Modified Date:  January 27, 2023 / 08:19 PM IST, Published Date : January 27, 2023/8:19 pm IST

नयी दिल्ली, 27 जनवरी (भाषा) आयकर विभाग के एक अधिकारी द्वारा कथित तौर किये गए रिफंड धोखाधड़ी के सिलसिले में महंगी कारों के अलावा खंडाला, लोनावला और महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ अन्य स्थानों पर जमीन सहित कुल मिलाकर 69.65 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्ति धनशोधन रोधी कानून के तहत कुर्क की गई है। यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को दी।

वरिष्ठ कर सहायक तानाजी मंडल अधिकारी और अन्य ने कथित रूप से आयकर विभाग से व्यक्तिगत बैंक खातों में अनधिकृत तरीके से कुल 263 करोड़ रुपये का स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) रिफंड जारी किया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बयान में कहा कि भूषण अनंत पाटिल, राजेश शेट्टी, सारिका शेट्टी, कृति वर्मा और अन्य के नाम से लोनावला, खंडाला, कर्जत और पुणे (महाराष्ट्र में) और उडुपी (कर्नाटक में) में जमीन, पनवेल और मुंबई में फ्लैट और तीन महंगी कारों को धनशोधन रोकथाम अधिनियम की धाराओं के तहत अस्थायी रूप से कुर्क किया गया है।

एजेंसी ने कहा कि कुल मिलाकर इन 32 संपत्तियों को आरोपियों ने अपने नाम पर और अन्य संबंधित व्यक्तियों के नाम पर अपराध की आय से खरीदा था। एजेंसी ने कहा कि संपत्ति की कुल कीमत 69,65,99,720 रुपये है।

धनशोधन का मामला आरोपी के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक प्राथमिकी से उपजा है, जो केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अतिरिक्त महानिदेशक (सतर्कता) की एक लिखित शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था। उसमें आरोप लगाया गया था कि ‘‘निर्धारण वर्षों 2007-08 और 2008-09 के लिए फर्जी रिफंड जारी किए गए।’’

ईडी ने आरोप लगाया कि अधिकारी के पास आरएसए टोकन (एक सुरक्षा उपकरण) और अपने पर्यवेक्षी अधिकारियों के लॉग-इन क्रेडेंशियल्स तक पहुंच थी। आरोप के अनुसार अधिकारी ने कथित तौर पर ‘‘263 करोड़ रुपये से अधिक का टीडीएस रिफंड को लेकर दूसरों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की साजिश रची और इसे एसबी एंटरप्राइजेज (भूषण अनंत पाटिल की मालिकाना कंपनी) के बैंक खाते सहित विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया।’’

उसने कहा कि 15 नवंबर, 2019 और 4 नवंबर, 2020 के बीच अधिकारी द्वारा कुल 12 फर्जी टीडीएस रिफंड जारी किए गए।

एजेंसी ने आरोप लगाया, ‘‘अपराध की इन आय को बाद में भूषण अनंत पाटिल और अन्य संबंधित व्यक्तियों और संस्थाओं के बैंक खातों में और शेल कंपनियों में भी स्थानांतरित कर दिया गया।’’

ईडी ने पाया कि कृति वर्मा ने हरियाणा के गुरुग्राम में एक ऐसी संपत्ति बेची थी, जिसे 2021 में 1.02 करोड़ रुपये के अपराध की आय से खरीदा गया था और उसके बैंक खातों में बिक्री की आय प्राप्त हुई थी।

एजेंसी ने कहा कि तलाशी अभियान चलाया गया और 1.18 करोड़ रुपये की पूरी बिक्री राशि की पहचान उसके बैंक खातों के लेनदेन पर रोक लगा दी गई।

ईडी ने पहले मामले में 96.25 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की थी। ताजा कार्रवाई के साथ अब मामले में कुल कुर्की करीब 166 करोड़ रुपये हो गई है।

भाषा अमित माधव

माधव

 

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