नयी दिल्ली, 17 नवंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को रियल एस्टेट समूह सुपरटेक के कई परिसरों पर छापेमारी की।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एजेंसी द्वारा समूह और उसके प्रवर्तकों के कम से कम नौ परिसरों में तलाशी ली जा रही है।
उच्चतम न्यायालय ने 31 अगस्त को सुपरटेक ग्रुप के नोएडा स्थित ट्विन टावर गिराने का आदेश दिया था, जो भवन नियमों का उल्लंघन कर बनाए गए थे। न्यायालय ने टावर विध्वंस के लिए तीन महीने की समयसीमा निर्धारित की थी, जो 30 नवंबर को समाप्त हो रही है।
यह मामला सुपरटेक द्वारा इसके एमराल्ड कोर्ट आवासीय परिसर परियोजना में अवैध रूप से 40 मंजिला दो टावर के निर्माण से जुड़ा है, जिसमें 900 से अधिक फ्लैट और 21 दुकानें शामिल हैं।
आवास परियोजना के निवासियों का दावा है कि नियमों का उल्लंघन कर बनाए जा रहे ट्विन टावर के लिए उनकी सहमति नहीं ली गई थी। और उन्होंने अदालत का रुख किया था।
इलाहबाद उच्च न्यायालय ने 2014 में टावरों को ढहाने का आदेश दिया था , जिसे 2021 में उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा।
भाषा
जोहेब मनीषा
मनीषा
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