ईडी ने उत्तर प्रदेश में रियल एस्टेट समूह और भाजपा विधायक के परिवार से जुड़े कार्यालय पर छापा मारा

ईडी ने उत्तर प्रदेश में रियल एस्टेट समूह और भाजपा विधायक के परिवार से जुड़े कार्यालय पर छापा मारा

  •  
  • Publish Date - April 24, 2024 / 11:22 PM IST,
    Updated On - April 24, 2024 / 11:22 PM IST

लखनऊ/नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी और घर खरीदारों को धोखा देने से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को उत्तर प्रदेश में स्थित एक रियल एस्टेट समूह के खिलाफ छापे मारे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

ईडी अधिकारियों ने प्रयागराज स्थित तुलसियानी कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े 10 परिसरों और लखनऊ, मेरठ, नोएडा और प्रयागराज के अलावा हरियाणा के गुरुग्राम में कुछ स्थान पर छापा मारा।

मामले से जुड़ी कंपनी जीएस एक्सप्रेसवे के लखनऊ के गोमती नगर इलाके में स्थित एक कार्यालय पर भी छापा मारा गया।

सूत्रों ने बताया कि तुलसियानी समूह के सीएमडी अनिल तुलसियानी और उनकी पत्नी कविता तुलसियानी पहले जीएस एक्सप्रेसवे के निदेशक थे और फिलहाल हर्रैया (बस्ती) से भाजपा विधायक अजय सिंह के परिवार के कुछ सदस्य इस पद पर हैं।

सूत्रों ने बताया कि इस कंपनी के नए निदेशकों की पहचान संग्राम सिंह और सिद्धार्थ सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि वे कथित तौर पर भाजपा विधायक से जुड़े हैं।

सूत्रों ने कहा कि ईडी ने जिन परिसरों पर छापा मारा है, वहां से वह तुलसियानी समूह और उसके प्रमोटरों द्वारा कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी और घर खरीदारों को धोखा देने के सबूत इकट्ठा कर सकती है।

उन्होंने बताया कि लखनऊ स्थित उक्त कंपनी पर छापा मारा गया क्योंकि यह पता चला था कि तुलसियानी समूह के प्रमोटरों की इसमें पहले से हिस्सेदारी है।

भाजपा विधायक अजय सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें सुबह उनके लखनऊ कार्यालय पर ईडी की छापेमारी के बारे में पता चला।

उन्होंने कहा, ‘मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं…मुझ पर करीब तीन साल पहले आयकर विभाग ने भी छापा मारा था…मैं भाजपा का समर्पित सिपाही हूं।’

सिंह ने कहा, ‘लोग कहते हैं कि भाजपा केवल विपक्षी दलों को निशाना बनाती है लेकिन मेरे खिलाफ इस कार्रवाई से यह दावा गलत साबित हो गया है।’

पीटीआई द्वारा कंपनी को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं आया।

अधिकारियों ने कहा कि तुलसियानी समूह और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ धनशोधन का मामला उत्तर प्रदेश पुलिस की एक प्राथमिकी पर आधारित है, जो पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शिकायत पर दर्ज की गई थी।

सूत्रों के अनुसार, पीएनबी ने कंपनी द्वारा 4.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी किए जाने का आरोप लगाया है।

सूत्रों ने बताया कि घर खरीदारों को ‘धोखा देने’ के लिए भी तुलसियानी के खिलाफ जांच की जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था और इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ईडी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया था।

भाषा रंजन जोहेब

रंजन