लोगों के बीच खाई पैदा के प्रयास किए जा रहे, सचेत रहने की जरूरत: प्रधानमंत्री |

लोगों के बीच खाई पैदा के प्रयास किए जा रहे, सचेत रहने की जरूरत: प्रधानमंत्री

लोगों के बीच खाई पैदा के प्रयास किए जा रहे, सचेत रहने की जरूरत: प्रधानमंत्री

:   Modified Date:  January 28, 2023 / 11:22 PM IST, Published Date : January 28, 2023/11:22 pm IST

नयी दिल्ली, 28 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि देश में लोगों के बीच खाई पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास सफल नहीं हो पाएंगे।

करियप्पा परेड ग्राउंड में एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) की रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि ‘एकता’ का मंत्र ही ही भारत को महान बनाने का तरीका है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है। और इसके पीछे सबसे बड़ी वजह आप हैं, भारत के युवा हैं।’’

मोदी ने कहा, ‘‘आजाद भारत में पल-पल देश के लिए जीने का रास्ता ही देश को दुनिया में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाता है। देश को तोड़ने के कई बहाने ढूंढे़ जाते हैं। भांति-भांति की बातें निकालकर मां भारती की संतानों के बीच में, दूध में दरार करने की कोशिशें हो रही हैं। लाख कोशिशें हो जाएं, मां के दूध में कभी दरार नहीं हो सकती।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एकता का मंत्र बहुत बड़ी औषधि है, बहुत बड़ा सामर्थ्य है। भारत के भविष्य के लिए एकता का मंत्र ये संकल्प भी है, भारत का सामर्थ्य भी है और भारत को भव्यता प्राप्त करने के लिए यही एक मार्ग है। उस मार्ग को हमें जीना है, उस मार्ग पर आने वाली रुकावटों के सामने हमें जूझना है।’’

प्रधानमंत्री का यह बयान गोधरा कांड के बाद 2002 में हुए गुजरात दंगों पर बीबीसी की डॉक्यूमेंटरी को लेकर हो रहे विवाद के बीच आया है। इसे केन्द्र सरकार ने देश में प्रतिबंधित कर दिया है।

गणतंत्र दिवस समारोह में एनसीसी की भागीदारी की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘किसी भी राष्ट्र को चलाने के लिए जो ऊर्जा सबसे अहम होती है, वो ऊर्जा है युवा। अभी भारत के युवाओं के लिए ये समय नए अवसरों का समय है। हर तरफ एक ही चर्चा है कि भारत का समय आ गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत में युवाओं के लिए नए-नए क्षेत्र खोले जा रहे हैं। भारत की डिजिटल क्रांति हो, भारत की स्टार्ट-अप क्रांति हो, नवाचार क्रांति हो, इन सबका सबसे बड़ा लाभ युवाओं को ही तो हो रहा है। आज भारत जिस तरह अपने रक्षा क्षेत्र में लगातार सुधार कर रहा है, उसका लाभ भी देश के युवाओं को हो रहा है। हम अपने सीमा ढांचे पर भी बहुत तेज़ी से काम कर काम रहे हैं। ये सारे अभियान, भारत के युवाओं के लिए नई संभावनाएं लेकर आए हैं, अवसर लेकर आए हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘युवा हमारी सेनाओं से, हमारे सुरक्षाबलों से, एजेंसियों से जुड़ने की आकांक्षा रखते हैं। ये निश्चित रूप से आपके लिए, विशेष रूप से हमारी बेटियों के लिए भी बहुत बड़े अवसर का समय है। बीते आठ वर्षों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों में बेटियों की संख्या में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है। सेना के तीनों अंगों में अग्रिम मोर्चों पर महिलाओं की तैनाती का रास्ता खुल चुका है। महिलाएं भारतीय नौसेना में पहली बार अग्निवीर के रूप में, नाविक के रूप में शामिल हुई हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एनडीए, पुणे में महिला कैडेट के पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। हमारी सरकार द्वारा सैनिक स्कूलों में बेटियों के दाखिले की अनुमति भी दी गई है। आज मुझे खुशी है कि लगभग 1500 छात्राएं सैनिक स्कूलों में पढ़ाई शुरू कर चुकी हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एनसीसी में भी हम बदलाव देख रहे हैं। बीते एक दशक के दौरान एनसीसी में बेटियों की भागीदारी भी लगातार बढ़ी है। परेड का नेतृत्व भी एक बेटी ने किया।’’

भाषा अर्पणा नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)