(फोटो के साथ)
नयी दिल्ली, 27 जनवरी (भाषा) उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन के महत्वपूर्ण विषय पर प्रभावी तरीके से ध्यान देने के लिए पर्यावरण के प्रति मौलिक जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना जरूरी है।
उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि मौलिक अधिकारों का इस्तेमाल करते समय अपने मौलिक कर्तव्यों को नहीं भूलें।
गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाली राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की टुकड़ी के सदस्यों से संवाद में उप राष्ट्रपति ने समुदायों की बेहतरी के प्रयास के लिए छात्रों की सराहना की। उप राष्ट्रपति सचिवालय ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।
धनखड़ ने कहा कि एनएसएस की टुकड़ी में समान संख्या में लड़के और लड़कियां हैं और यह लैंगिक प्रतिनिधित्व दुनियाभर में अग्रणी पदों पर बैठे भारतीयों में भी दिखाई देता है।
उन्होंने कहा कि भारत उत्थान की ओर है और ‘‘अपने अमृतकाल के बहुत महत्वपूर्ण समय में है।’’
धनखड़ ने कहा कि युवाओं को इतने सालों भारत की प्रौद्योगिकी संबंधी उपलब्धियों, आर्थिक विकास तथा कल्याणकारी पहलों पर अधिकार के साथ गर्व करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत हाल में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस दशक के अंत तक यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
गणतंत्र दिवस परेड के लिए देशभर में पांच क्षेत्रीय शिविरों से चुने गये करीब 200 स्वयंसेवियों ने उप राष्ट्रपति के साथ परिचर्चा में भाग लिया।
भाषा वैभव पवनेश
पवनेश
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