प्रत्येक मतदाता हमारा वोट बैंक है: खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र

प्रत्येक मतदाता हमारा वोट बैंक है: खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र

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  • Publish Date - May 2, 2024 / 03:28 PM IST,
    Updated On - May 2, 2024 / 03:28 PM IST

नयी दिल्ली, दो मई (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बृहस्पतिवार को तीखा हमला किया और कहा कि जब चुनाव खत्म हो जाएंगे तब लोग उन्हें केवल ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में याद करेंगे जो हार से बचने के लिए ‘‘झूठ से भरे विभाजनकारी और सांप्रदायिक भाषण’’ देते थे।

खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवारों को पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से आरक्षण छीनकर कांग्रेस के वोट बैंक को दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक भारतीय हमारा वोट बैंक है, चाहे वह गरीब हो, वंचित हो, महिला, युवा, मजदूर वर्ग, दलित या फिर आदिवासी हो… ये सभी हमारा वोट बैंक हैं।’’

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपील की कि वह ‘‘नफरत फैलाने वाले भाषण’’ देने के बजाय अपनी सरकार के पिछले 10 वर्ष के कामकाज के आधार पर वोट मांगें।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने ये टिप्पणियां तब की हैं जब प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के बाद राजग उम्मीदवारों को पत्र लिखकर कांग्रेस के खिलाफ अनेक आरोप लगाए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनावों में भाजपा नीत राजग के उम्मीदवारों से कहा कि वे इस बारे में मतदाताओं के बीच जागरुकता फैलाएं कि कांग्रेस ‘‘अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से आरक्षण छीनना चाहती है और उन्हें अपने वोट बैंक को देना चाहती है।’’

उम्मीदवारों को लिखे गए एक व्यक्तिगत पत्र में प्रधानमंत्री ने धर्म के आधार पर आरक्षण असंवैधानिक होने के बावजूद कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण इरादे रखने का भी आरोप लगाया।

खरगे ने मोदी को लिखे पत्र में कहा,‘‘ मैंने वह पत्र देखा है जो आपने राजग के सभी उम्मीदवारों को लिखा है और जिसमें कहा गया है कि उन्हें मतदाताओं से क्या बोलना है। पत्र के लहजे और विषयवस्तु से ऐसा लगता है कि आपके अंदर बहुत हताशा और चिंता है जो आपको ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रही है जो प्रधानमंत्री पद के अनुरूप नहीं है।’’

खरगे ने कहा, ‘‘पत्र से ऐसा प्रतीत होता है कि आपके भाषणों में जो झूठ है उसका वैसा असर नहीं हो रहा है जैसा आप चाहते थे और अब आप चाहते हैं कि आपके उम्मीदवार आपके झूठ को फैलाएं। एक झूठ को हजार बार दोहराने से वह सच नहीं हो जाएगा।’’

कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि मतदाता इतने बुद्धिमान हैं कि वे खुद समझ सकते हैं कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में क्या लिखा है और क्या गारंटी देने का वादा किया है।

उन्होंने अपने पत्र में कहा, ‘‘हमारी गारंटी इतनी सरल और स्पष्ट है कि हमें उन्हें समझाने की जरूरत नहीं है। आपके लाभ के लिए मैं उन्हें यहां दोहराऊंगा।’’

खरगे ने अपने पत्र में पार्टी के युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने आपको और गृह मंत्री को यह कहते सुना है कि कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। पिछले 10 वर्षों में हमने जो एकमात्र तुष्टीकरण नीति देखी है वह आपके और आपके मंत्रियों की ओर से चीनियों का तुष्टीकरण है। आज भी आप चीन को ‘घुसपैठिया’ नहीं कहते बल्कि 19 जून 2020 को आपने कहा ‘ना कोई घुसा है, ना ही कोई घुस आया है’। यह गलवान में 20 भारतीय सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान का अपमान है।’’

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘चीन को आपकी ‘क्लीन चिट’ ने भारत के पक्ष को कमजोर कर दिया है। बार-बार चीनी अतिक्रमण और अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख और उत्तराखंड में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास सैन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण के कारण तनाव बढ़ने के बावजूद भारत में चीनी सामान का आयात पिछले पांच वर्षों में 54.76 प्रतिशत बढ़ा और 2023-24 में 101 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया है।’’

खरगे ने यह भी दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा ने 1947 से हर चरण में आरक्षण का विरोध किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘अपने पत्र में आपने कहा है कि लोगों की मेहनत की कमाई छीन ली जाएगी और अन्य को दे दी जाएगी। मैं आपसे अनुरोध करना चाहता हूं कि आप अपनी पार्टी को गुजरात में गरीब दलित किसानों से ठगे गए 10 करोड़ रुपये वापस करने का निर्देश दें….।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा पर ‘‘अवैध और असंवैधानिक’’ चुनावी बॉण्ड के माध्यम से 8,250 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का आरोप लगाया।

खरगे ने दावा किया कि प्रधानमंत्री को लगातार बढ़ती असमानता, बेरोजगारी और अभूतपूर्व मूल्य वृद्धि के बारे में बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।

भाषा शोभना मनीषा

मनीषा