नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को श्रीलंका के वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे से मुलाकात की और भारत की परियोजनाओं और निवेश योजनाओं पर चर्चा की, जो द्वीप देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगी।
जयशंकर ने ‘विस्तृत’ ऑनलाइन बैठक के दौरान श्रीलंका में भारतीय मछुआरों की हिरासत के मुद्दे को उठाया और मानवीय आधार पर उन्हें जल्द रिहा करने का आह्वान किया।
जयशंकर ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘श्रीलंका के वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे के साथ अभी-अभी विस्तृत ऑनलाइन बैठक हुई। दोबारा विश्वास दिलाया कि भारत, श्रीलंका का दृढ और विश्वसनीय साझेदार बना रहेगा।’’
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हमने सकारात्मक तरीके से 40 करोड़ डॉलर की स्वैप सुविधा का विस्तार करने और 51.52 करोड़ डॉलर के एसीयू भुगतान को स्थगित करने पर ध्यान दिया। हमने आवश्यक सामग्री की खरीद के लिए एक अरब डॉलर और ईंधन खरीद के लिए 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा जल्द देने पर चर्चा की।’’
जयशंकर ने कहा कि उन्होंने भरोसा दिया कि भारत इस मुश्किल समय में श्रीलंका की मदद के मुद्दे को अन्य अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के समक्ष उठाएगा।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘ त्रिंकोमाली टैंक फार्म की प्रगति का स्वागत किया, जो ऊर्जा सुरक्षा में योगदान देगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका में भारत की परियोजनाओं और निवेश योजनाओं से वहां की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।’’
जयशंकर ने कहा, ‘‘श्रीलंका की हिरासत में मौजूद भारतीय मछुआरों को मानवीय आधार पर जल्द रिहा करने का आह्वान किया।’’
बैठक के बाद विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि जयशंकर ने अवगत कराया कि भारत, हमेशा श्रीलंका के साथ खड़ा रहेगा और कोविड-19 महामारी की वजह से उत्पन्न आर्थिक और अन्य चुनौतियों से निकलने में श्रीलंका की हर संभव मदद करेगा।
विदेश मंत्री ने बताया कि करीबी मित्र और समुद्री पड़ोसी होने के नाते भारत और श्रीलंका आर्थिक संबंध बढ़ाने के लिए साथ खड़े रहेंगे।
बयान के मुताबिक, दोनों मंत्रियों ने रेखांकित किया दक्षेस मुद्रा स्वैप व्यवस्था के तहत श्रीलंका को 40 करोड़ डॉलर के विस्तार और 51.52 करोड़ डॉलर के एसीयू भुगतान को दो महीने के लिए स्थगित करने से श्रीलंका को मदद मिलेगी।
बयान के मुताबिक, दोनों मंत्रियों ने खाद्य, आवश्यक सामग्री और दवा के आयात के लिए भारत द्वारा दी जा रही एक अरब डॉलर की कर्ज सुविधा और भारत से ईंधन के आयात के लिए 50 करोड़ डॉलर की कर्ज सुविधा की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक के दौरान राजपक्षे ने भारत की श्रीलंका के साथ लंबे समय से चल रही साझेदारी को याद किया और भारत के समर्थन की प्रशंसा की।
उन्होंने श्रीलंका में बंदरगाह, अवसंरचना, ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा, बिजली और विनिर्माण सहित कई क्षेत्रों में भारतीय निवेश का स्वागत किया और भरोसा दिया कि ऐसे निवेशों को प्रोत्साहित करने के लिए सौहार्दपूर्ण माहौल बनाया जाएगा।
इस संदर्भ में दोनों मंत्रियों ने श्रीलंका सरकार द्वारा त्रिंकोमाली ऑयल टैंक फार्म का संयुक्त रूप से आधुनिकीरण के लिए उठाए गए कदम को रेखांकित किया, जो निवेशकों का विश्वास बढ़ाने के साथ श्रीलंका की ऊर्जा सुरक्षा को भी मजबूत करेगा।
भाषा धीरज दिलीप
दिलीप
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