सोयाबीन की फसल बर्बाद होने पर कर्ज में दबे किसान ने की आत्महत्या

सोयाबीन की फसल बर्बाद होने पर कर्ज में दबे किसान ने की आत्महत्या

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  • Publish Date - September 30, 2020 / 10:26 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

सीहोर (मध्यप्रदेश), 30 सितंबर (भाषा) जिले के नापलाखेड़ी गांव के कर्ज में दबे 55 वर्षीय एक किसान ने सोयाबीन की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाने से निराश होकर बुधवार सुबह अपने घर पर फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली।

जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने बताया कि नापलाखेड़ी गांव के किसान नन्नू लाल वर्मा ने आज सुबह अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में जो तथ्य आ रहे हैं उनके अनुसार यह आत्महत्या का ही मामला लग रहा है। परिवार वालों का कहना है कि किसान ने मकान बनाने के लिए कर्ज लिया था और बंटवारा संबंधी उनका कुछ विवाद था।

पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।

वहीं, मृतक के बेटे संतोष वर्मा ने कहा बताया, ‘‘मेरे पिताजी पर बैंकों और सोसाइटी का करीब सात लाख रुपये का कर्ज था। ऐसे में सोयाबीन की पूरी फसल नष्ट होने के कारण वह परेशान रहते थे कि कर्ज कैसे चुकाएंगे। इसी परेशानी में उन्होंने फांसी लगा ली।’’

नन्नू लाल वर्मा के तीन बेटे हैं, जिनमें से दो विवाहित हैं।

भाषा सं रावत अर्पणा

अर्पणा