नयी दिल्ली, पांच अक्टूबर (भाषा)प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग की। संगठन ने कहा कि उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करना ‘‘पर्याप्त नहीं’’ है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने यहां जारी एक बयान में आरोप लगाया कि नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ ‘‘असहनीय ईशनिंदा’’ करने वाली टिप्पणी की है।
इस संबंध में नरसिंहानंद की फिलहाल प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।
मदनी ने दावा किया कि वीडियो में नरसिंहानंद ने जो बयान दिया है, वह अकथनीय और असहनीय है, जिससे दुनिया भर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख ने इसे राष्ट्रीय अखंडता के लिए खतरा बताया तथा तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की।
मदनी ने बयान में कहा, ‘‘हम सरकार से मांग करते हैं कि वह पैगंबर के खिलाफ ईशनिंदा करने वाले नरसिंहानंद को तुरंत गिरफ्तार करे और कानून के अनुसार सख्त से सख्त सजा दे, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा करने की हिम्मत न कर सके।’’
उन्होंने कहा कि नरसिंहानंद के खिलाफ केवल प्राथमिकी दर्ज करना पर्याप्त नहीं है और गंभीर आरोपों के तहत उनकी गिरफ्तारी जरूरी है।
मदनी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सरकार इस अत्यंत खेदजनक मामले की गंभीरता को समझेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि उन्हें कानून के अनुसार कड़ी सजा दी जाए और जेल भेजा जाए, ताकि दुनिया भर के लोग भारत के लोकतंत्र का सम्मान कर सकें।’’
भाषा धीरज दिलीप
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