जिम और योग केंद्र खुलने के बाद फिटनेस उद्योग के दोबारा पटरी पर आने की उम्मीद

जिम और योग केंद्र खुलने के बाद फिटनेस उद्योग के दोबारा पटरी पर आने की उम्मीद

जिम और योग केंद्र खुलने के बाद फिटनेस उद्योग के दोबारा पटरी पर आने की उम्मीद
Modified Date: November 29, 2022 / 08:30 pm IST
Published Date: September 27, 2020 10:03 am IST

(मणिक गुप्ता)

नयी दिल्ली, 27 सितंबर (भाषा) जिम और योग केंद्र फिर से खोले जा सकने की खबर ‘ट्रेनर’ (प्रशिक्षक) रवि शुक्ला को जैसे ही मिली, वह फौरन अपने जिम में पहुंचे और व्यायाम करने वाले उपकरणों के बीच एक कुर्सी पर अकेले बैठ गये। अब उनके चेहरे पर मुस्कान झलक रही थी।

लोगों का जिम में आना धीरे-धीरे फिर से शुरू होने पर उनकी यह मुस्कान अब बढ़ती जा रही है और वह अब राहत महसूस कर रहे हैं।

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दरअसल, कोविड-19 महामारी की वजह से करीब छह महीने से अपने-अपने घरों में बंद लोगों के व्यायाम करने के लिए फिर से जिम आने से तंदुरूस्ती (फिटनेस) उद्योग को संजीवनी मिल गई है।

उद्योग के अंदर के लोगों का कहना है कि कारोबार के रफ्तार पकड़ने में समय लगेगा, लेकिन कम से कम शुरुआत तो हुई है।

हालांकि, महाराष्ट्र, झारखंड और बिहार सहित कई राज्यों में जिम अब भी बंद हैं। वहीं, दिल्ली और हरियाणा उन राज्यों में जिम और योग केंद्र को सुरक्षा उपायों के साथ खोलने की अनुमति दी गई है।

कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से करीब छह महीने से ये फिटनेस केंद्र बंद है और इस उद्योग पर आश्रित हजारों लोगों की रोजीरोटी प्रभावित हुई है।

दिल्ली के रहने वाले शुक्ला उन प्रशिक्षकों में शामिल हैं जिन्होंने इस उद्योग में नुकसान और कर्मचारियों के निकालने के दर्द को सहा है।

वह भावनात्मक और वित्तीय दबाव की वजह से अवसाद के शिकार हो गए थे और जब दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर जिम खोलने की अनुमति देने की घोषणा की, तब तक वह लगभग पूरी तरह से टूटने के कगार पर पहुंच चुके थे।

पश्चिम दिल्ली के पटेल नगर स्थित एनीटाइम फिटनेस जिम के प्रशिक्षक शुक्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ जब सरकार द्वारा जिम फिर से खोलने की अनुमति दिये जाने की मुझे खबर मिली, तो मैं जिम की ओर दौड़ा और व्यायाम उपकरणों के बीच अकेले बैठकर खूब मुस्कुराया।’’

वह अकेले थे, खुश थे और राहत महसूस कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘ जिम में वापस आना मेरे लिए संजीवनी जैसा था। महामारी से पहले मैं शनिवार और रविवार को छोड़कर दिन के 12 से 15 घंटे जिम में बिताता था। मुझे अपने ग्राहकों के फोन कॉल आने लगे हैं और वे भी जिम खुलने से उत्साहित हैं। उम्मीद है कि जिंदगी फिर से पटरी पर लौट आएगी।’’

उल्लेखनीय है कि एनीटाइम फिटनेस की पूरे देश में 80 फ्रेंचाइजी है जिनमें से 45 दिल्ली-एनसीआर में मौजूद हैं।

एनीटाइम फिटनेस इंडिया में विपणन विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक चिराग खुराना ने कहा, ‘‘ सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए सदस्यों से पाली की बुकिंग करने को कहा गया है। प्रत्येक पाली के बाद जिम को सेनिटाइज किया जाता है। व्यायाम करने वाले वाले से अपना पानी का बोतल, योग करने के लिए चटाई, तौलिया, अलग से जूते लाने को कहा जा रहा है। हमने प्रवेश और निकास द्वारा पर क्यूआर कोड भी लगाया है, जो जिम में आनेवाले का समय दर्ज करते हैं। उन्हें स्वास्थ्य संबंधी घोषणा पत्र भी देना होता है।’’

रोहिणी स्थित आयरन क्लब जिम के मालिक करण चोपड़ा ने कहा कि एहतियाती कदमों की जिम्मेदारी जिम प्रबंधन और व्यायाम करने वालों पर है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम सुरक्षित रह सकते हैं अगर हम स्वच्छता और एहतियाती कदमों का पूरा ध्यान रखें। हम सरकार द्वारा निर्धारित सभी दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। ’’

एनीटाइम फिटनेस ने कहा कि रोजाना व्यायाम करने के लिए आने वालों की संख्या बढ़ रही है।

हालांकि, आयरन जिम का अनुभव थोड़ा अलग है। चोपड़ा का कहना है कि लोग अब भी आशंकित हैं और इसलिए कम संख्या में आ रहे हैं।

वहीं, कई जिम ने व्यायाम स्थल को अलग-अलग हिस्सों में बांटने की पहल की है।

ग्रांड स्लैम फिटनेस सामाजिक दूरी और सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले उत्पादों की आपूर्ति करती है। उसने पाया कि नजदीक के व्यायाम उपकरण से अगल करने के लिए ‘आइसोलेटर’ की मांग बढ़ी है।

हालांकि, जिमपिक का मानना है कि 20 से 25 प्रतिशत जिम बंद हो सकते हैं।

जिमपिक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमरीश ओझा ने कहा, ‘‘जबतक महामारी खत्म नहीं हो जाती, उद्योग को बचाए रखने के लिए योजना की जरूरत है।’’

भाषा धीरज सुभाष

सुभाष


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