तिरुवनंतपुरम, 24 जनवरी (भाषा) के आर नारायणन राष्ट्रीय दृश्य विज्ञान एवं कला संस्थान के पूर्व निदेशक शंकर मोहन ने मंगलवार को आरोप लगाया कि निहित स्वार्थ वाले कुछ लोगों के एक समूह द्वारा उन्हें पद से हटाने के लिए छात्रों का इस्तेमाल किया गया है।
शंकर मोहन ने कहा कि उन पर जाति के आधार पर भेदभाव करने के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और यह उनके खिलाफ दुष्प्रचार का एक हिस्सा है।
शंकर मोहन की यह प्रतिक्रिया कोट्टयम स्थित संस्थान के छात्रों द्वारा सरकार के साथ समझौता वार्ता के बाद अपना सप्ताह भर का आंदोलन समाप्त करने के एक दिन बाद आई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि संस्थान के कुछ सुरक्षाकर्मियों सहित पूर्व कर्मचारियों के एक समूह ने छात्रों को उनके खिलाफ विरोध करने का एक जरिया बना लिया था।
शंकर मोहन ने कहा कि उन्होंने इन कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया था, इसलिए वे ऐसा कर रहे थे।
फिल्म संस्थान के पूर्व निदेशक ने कहा, ‘‘ मैं स्पष्ट रूप से यह जानता हूं कि कुछ लोग इन घटनाओं के पीछे थे। यह उन्हीं का खड़ा किया विवाद था। मैं छात्रों को दोष नहीं देता। इन्हीं लोगों ने छात्रों को औजार बनाया। ’’
भाषा रवि कांत नरेश
नरेश
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