नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) आरएसएस से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने शनिवार को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) से आनुवंशिक रूप से संवर्धित खाद्य पदार्थों पर अपने मसौदा नियमों को वापस लेने की मांग की और कहा कि खाद्य सुरक्षा नियामक के प्रस्ताव सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा को आमंत्रण हैं।
एफएसएसएआई को भेजे गए एक पत्र में मसौदा नियमों पर आपत्ति जताते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े निकाय ने अधिकार क्षेत्र का ‘उल्लंघन’ करने को लेकर नियामक की निंदा की और प्रस्तावित नियमों को ‘गैर-जिम्मेदार’ बताया।
एसजेएम के सह संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा कि एफएसएसएआई को ‘‘हमारे स्वास्थ्य और स्वतंत्रता को लूटने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।’
आरएसएस निकाय ने कहा कि भारत में लोग और राज्य सरकारें आनुवंशिक रूप से संवर्धित खाद्य पदार्थ नहीं चाहती हैं। इसने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य भारतीय संविधान के अनुसार राज्य सरकार का विषय है और एफएसएसएआई स्वास्थ्य प्रभावों एवं पर्यावरणीय खतरों को कैसे नजरअंदाज कर सकता है।
भाषा नेत्रपाल पवनेश
पवनेश
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