जम्मू, 25 जनवरी (भाषा) कश्मीरी पंडितों के संगठन पनुन कश्मीर ने बुधवार को सरकार पर घाटी में आतंकवाद पर लगाम लगाने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।
पनुन कश्मीर के अध्यक्ष अजय च्रुंगू ने संवाददाताओं से कहा, ”हम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि भारत सरकार आतंकवाद को हराने में विफल रही क्योंकि सरकार ने कश्मीर में जारी युद्ध की धार्मिक प्रकृति को मान्यता नहीं देने की एक नीति का लगातार पालन किया है।”
उन्होंने एक और दो जनवरी को राजौरी के धंगरी गांव में दोहरे आतंकी हमले में सात लोगों के मारे जाने का जिक्र करते हुए सरकार पर आरोप लगाया, ”हम सभी जम्मू-कश्मीर में आतंकी खतरे को महत्वहीन बनाने की दुर्नीति के गवाह हैं।”
पनुन कश्मीर ने भारत सरकार से यह स्वीकार करने की अपील की कि जम्मू और कश्मीर में आतंकी हिंसा के सबसे पहले शिकार अल्पसंख्यक हैं।
उन्होंने आतंकवादियों के खतरे को देखते हुए कश्मीर घाटी में तैनात कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को जम्मू स्थानांतरित करने की मांग की।
उन्होंने दावा किया कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव और संसदीय चुनाव करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे जम्मू-कश्मीर में उन लोगों पर हमले तेज होंगे जिन्हें आसानी से निशाना बनाया जा सकता है।
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साजन मनीषा
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