सरकार ‘वंदे मातरम्’ नारे के पीछे अपने गुनाहों को छिपा रही है : संजय सिंह

सरकार ‘वंदे मातरम्’ नारे के पीछे अपने गुनाहों को छिपा रही है : संजय सिंह

सरकार ‘वंदे मातरम्’ नारे के पीछे अपने गुनाहों को छिपा रही है : संजय सिंह
Modified Date: December 9, 2025 / 05:20 pm IST
Published Date: December 9, 2025 5:20 pm IST

नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) राज्यसभा में मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि ‘वंदे मातरम्’ नारे के पीछे वह अपने गुनाहों को छिपा रही है।

‘वंदे मातरम्’ की रचना के 150 साल पूरा होने पर राज्यसभा में हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए आप सदस्य सिंह ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ नारा देशभक्ति के लिए है लेकिन यह सरकार ऐसे नारों के पीछे अपने गुनाहों को छिपाने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि देशभक्ति की बात करने वाली सरकार हवाई अड्डा, रेल, सरकारी कंपनियों को बेच रही है।

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उन्होंने दावा किया कि शहीद खुदीराम बोस, शहीद-ए-आजम भगत सिंह सहित तमाम शहीदों और क्रांतिकारियों ने ‘वंदे मातरम्’ के नारा लगाए लेकिन भाजपा के पूर्ववर्ती संगठनों ने उस समय आजादी की लड़ाई में भाग नहीं लिया।

सिंह ने सवाल किया, ‘‘…उस समय आपके पुरखे क्या कर रहे थे। आरएसएस अपने चार लोगों के नाम बता दे…आजादी की लड़ाई में आपकी कोई भूमिका नहीं है, यही आपकी कुंठा है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने लंबे समय तक राष्ट्रीय ध्वज का विरोध किया और अपने कार्यालय में तिरंगा नहीं फहराया। उन्होंने कहा कि आरएसएस के मुखपत्र आर्गनाइजर में राष्ट्रगान का विरोध तक किया गया। उन्होंने कहा कि इसके लिए भाजपा को माफी मांगनी चाहिए।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज कुमार झा ने भी भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि सदन में अधिकतर चर्चाओं में जवाहरलाल नेहरू जरूर आते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और सरकार उनका इस्तेमाल राजनीतिक ‘लाइफ जैकेट’ के तौर पर कर रही है।

उन्होंने कहा कि ध्रुवीकरण आज जीवन का हिस्सा बन गया है और चुनाव में यह और बढ़ जाता है। उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव जीतना एक कला है जिसमें वह निष्णात है। उन्होंने कहा कि भाजपा भले चुनाव जीत गयी हो लेकिन देश हार गया। उन्होंने कहा कि महापुरुषों को ‘‘राजनीति का औजार’’ नहीं बनाया जाना चाहिए।

चर्चा में अन्नाद्रमुक सदस्य एम थंबीदुरै, मनोनीत मीनाक्षी जैन, वाईएसआर कांग्रेस के येरेम वेंकट सुब्बारेड्डी, बीजद के मुजीबुल्ला खान ने भी भाग लिया।

भाषा अविनाश मनीषा

मनीषा


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