गुरुग्राम: पुलिस ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ में शामिल आरोपी को लुधियाना से गिरफ्तार किया

गुरुग्राम: पुलिस ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ में शामिल आरोपी को लुधियाना से गिरफ्तार किया

गुरुग्राम: पुलिस ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ में शामिल आरोपी को लुधियाना से गिरफ्तार किया
Modified Date: September 1, 2025 / 08:36 pm IST
Published Date: September 1, 2025 8:36 pm IST

गुरुग्राम, एक सितंबर (भाषा) गुरुग्राम पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ के जरिए एक व्यक्ति को ठगने के आरोप में 22 वर्षीय एक व्यक्ति को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) प्रियांशु दीवान ने बताया, “आरोपी की पहचान शिवा के रूप में हुई है, जो 14 अगस्त को लाओस से भारत लौटा था। हमारी टीम ने उसे 27 अगस्त को लुधियाना के विजय नगर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया। उसका पासपोर्ट और मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है।”

पुलिस के अनुसार, शिवा मार्च में लाओस गया था, जहां उसने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) और पुलिस अधिकारी बन पीड़ित को ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर कथित तौर पर ठगा।

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पुलिस ने बताया कि गुरुग्राम के एक स्थानीय व्यक्ति ने 15 मई को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे एक कॉल आया और फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को ट्राई का कर्मचारी बताया और कहा कि उसके नंबर का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।

पुलिस के मुताबिक, कॉल करने वाले व्यक्ति ने शिकायतकर्ता के खिलाफ मुंबई के कोलाबा थाने में मामला दर्ज होने का दावा करते हुए उसकी एक फर्जी पुलिस अधिकारी से बात कराई।

गुरुग्राम पुलिस की साइबर अपराध इकाई ने जांच के बाद 27 अगस्त को आरोपी को लुधियाना से गिरफ्तार किया।

अधिकारियों ने बताया कि शहर की एक अदालत ने आरोपी को आठ दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।

पुलिस के अनुसार, शिवा ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि ठगी की गई रकम में से 50,000 रुपये उसके भाई मानव के खाते में डाले गए थे, जिसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।

शिवा ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने मानव का बैंक खाता 10,000 रुपये में किसी और को बेच दिया था।

भाषा जितेंद्र अविनाश

अविनाश


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