हरियाणा बास्केटबॉल कोर्ट हादसा: मृत खिलाड़ी के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की

हरियाणा बास्केटबॉल कोर्ट हादसा: मृत खिलाड़ी के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की

हरियाणा बास्केटबॉल कोर्ट हादसा: मृत खिलाड़ी के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की
Modified Date: December 7, 2025 / 04:43 pm IST
Published Date: December 7, 2025 4:43 pm IST

चंडीगढ़, सात दिसंबर (भाषा) हरियाणा पुलिस ने पिछले महीने रोहतक जिले में अभ्यास के दौरान बास्केटबॉल ‘हूप’ का लोहे का खंभा गिरने से जान गंवाने वाले नाबालिग बास्केटबॉल खिलाड़ी के परिवार की शिकायत के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

रोहतक के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सब-जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेने वाले हार्दिक राठी के परिवार ने शनिवार को शिकायत दर्ज कराई।

लाखनमाजरा के एसएचओ समरजीत सिंह ने कहा, ‘उसके (पीड़ित के) पिता ने शनिवार को शिकायत दर्ज कराई और उसके आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 106 (लापरवाही से मौत) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।’

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उन्होंने कहा, “शिकायत में उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है जिनकी लापरवाही के कारण यह घटना हुई।”

पिछले महीने हरियाणा में हार्दिक और एक अन्य नाबालिग खिलाड़ी की इसी तरह की दुर्घटना में मौत हो गई थी, जब अभ्यास के दौरान कोर्ट पर ‘हूप’ का लोहे का खंभा टूट गया था।

रोहतक और झज्जर जिलों में हुई दोहरी घटनाओं ने राज्य के खेल बुनियादी ढांचे को जांच के दायरे में ला दिया है।

रोहतक में 16 वर्षीय हार्दिक की मौत हो गई, जबकि बहादुरगढ़ में घायल 15 वर्षीय अमन ने पीजीआईएमएस रोहतक में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली।

हार्दिक के पिता संदीप राठी ने हाल में रोहतक में संवाददाताओं से कहा, “हमने अपने गांव के खेल के मैदान की हालत के बारे में बार-बार शिकायत की, लेकिन प्रशासन ने इस बारे में कुछ नहीं किया। अगर उन्होंने समय रहते कार्रवाई की होती, तो मेरे बच्चे की जान नहीं जाती।”

बहादुरगढ़ में अमन के पिता सुरेश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसकी मौत के लिए संबंधित अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया गया था।

उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।

इन दोनों घटनाओं से हरियाणा में आक्रोश फैल गया, विपक्षी दलों ने भाजपा सरकार की आलोचना की और पीड़ित परिवारों ने भी राज्य में खेल के बुनियादी ढांचे की खस्ताहाल स्थिति के लिए सरकार को दोषी ठहराया।

दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बाद हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि खेल मैदानों का रखरखाव करने वाले विभाग जैसे शिक्षा, पंचायत आदि को उनकी उपयुक्तता के बारे में शपथ पत्र देना होगा।

खेल मंत्री ने पंचकूला में खेल विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता की, जहां उन्होंने कहा कि राज्य भर में स्टेडियमों और खेल के मैदानों की मरम्मत, उन्नयन और पुनर्विकास के लिए 114 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।

भाषा नोमान प्रशांत

प्रशांत


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