जम्मू-कश्मीर में जलविद्युत परियोजना डेवलपर स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दे रहे: नेकां सांसद
जम्मू-कश्मीर में जलविद्युत परियोजना डेवलपर स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दे रहे: नेकां सांसद
नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्य सज्जाद अहमद किचलू ने मंगलवार को राज्यसभा में आरोप लगाया कि जम्मू और कश्मीर में जलविद्युत परियोजना डेवलपर स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं देकर अपने समझौतों का उल्लंघन कर रहे हैं।
किचलू ने इस मामले की विशेष समिति द्वारा जांच कराने की मांग की।
शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए किचलू ने कहा कि जलविद्युत जम्मू और कश्मीर के लिए प्रमुख बिजली स्रोत है। सरकार के स्वामित्व वाली एनएचपीसी कुछ परियोजनाएं विकसित कर रही है, जबकि अन्य परियोजनाएं जम्मू एंड कश्मीर पावर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जेकेपीडीसी) द्वारा तैयार की जा रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि परियोजना डेवलपर स्थानीय रोजगार प्रदान करने के अपने दायित्वों को पूरा नहीं कर रहे हैं और समझौते का उल्लंघन कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने विस्थापित लोगों के उचित पुनर्वास में गड़बड़ी और आवाज उठाने पर लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज किए जाने की बात भी उठाई।
उन्होंने चेनाब नदी पर बनाई जा रही चार प्रमुख जलविद्युत परियोजनाओं … पकाल डल, रातले, किरू और क्वार का उदाहरण दिया।
शून्यकाल में ही बीजू जनता दल के सस्मित पात्रा ने ओडिशा के गंजाम जिले में रांगेलुंडा हवाईपट्टी को पूर्ण विकसित ब्रह्मपुर हवाई अड्डे में बदलने की मांग की।
पात्रा ने कहा ‘‘इससे न केवल क्षेत्रीय आकांक्षाओं की पूर्ति होगी बल्कि राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।’’
भाजपा सांसद अनिल सुखदेवराव बोंडे ने हेमलिब्रा दवा को आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल करने की मांग की। वहीं इसी पार्टी की संगीता यादव ने पूरे देश में वरिष्ठ नागरिकों और अनाथ बच्चों के लिए फैमिली केयर सेंटर स्थापित करने का सुझाव दिया।
कांग्रेस सांसद नीरज डांगी ने राजस्थानी भाषा को संविधान के अनुच्छेद 345 के तहत आधिकारिक भाषा और आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की।
भाजपा सांसद माया नारोलिया ने ट्रेन संख्या 11720-जबलपुर रायपुर एक्सप्रेस का नाम बदलने की मांग की।
इसी पार्टी के सांसद सिकंदर कुमार ने हिमाचल प्रदेश में स्टार्टअप, कौशल विकास और अन्य व्यावसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने की अपील की ताकि युवा रोजगार के लिए अन्य राज्यों में न जाएं।
भाषा मनीषा अविनाश
अविनाश

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