मुझे थरूर के समक्ष खलनायक की तरह पेश किया गया: सतीशन |

मुझे थरूर के समक्ष खलनायक की तरह पेश किया गया: सतीशन

मुझे थरूर के समक्ष खलनायक की तरह पेश किया गया: सतीशन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:39 PM IST, Published Date : November 27, 2022/9:24 pm IST

कोच्चि, 27 नवंबर (भाषा) केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने रविवार को उनके और अपनी पार्टी (कांग्रेस) के सांसद शशि थरूर के बीच किसी प्रकार के मतभेद की खबरों को सिरे से खारिज किया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सतीशन ने कहा कि कुछ ऐसी खबरें गढ़ी जा रही हैं जिसमें थरूर और उनके बीच कुछ मुद्दा होने का जिक्र किया जा रहा है और उन्हें ‘खलनायक’ के रूप में पेश किया जा रहा है।

उनकी टिप्पणी इन खबरों के बीच आयी है कि सतीशन और कांग्रेस का एक वर्ग थरूर के मालाबार दौरे से परेशान है तथा उन्हें आशंका है कि तिरुवनंपुरम के सांसद थरूर 2026 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के मुख्यमंत्री पद के आदर्श उम्मीदवार के रूप में उतर सकते हैं।

थरूर के साथ मतभेद या किसी टकराव से इनकार करते हुए सतीशन ने कहा कि वह उन्हें (थरूर को) ‘प्यार करते हैं और उनका सम्मान करते हैं।’’

सतीशन ने ‘ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस’ के प्रदेश स्तर सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद मैंने उन्हें कोच्चि में एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया था, जिसे एक ऐसे समूह ने आयोजित किया था, जिसमें मैं बढ़-चढ़कर आगे हूं। लेकिन वह संसदीय कर्तव्यों की वजह से नहीं आ पाये। मैंने ही उन्हें कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। इसलिए कोई यह प्रश्न क्यों पूछे कि मैं उनसे बात करूंगा या नहीं? मैं उन लोगों से भी बात करता हूं जिन्हें मैं पसंद नहीं करता, लेकिन मैं तो उन्हें (थरूर को) प्यार करता हूं, उनका सम्मान करता हूं।’’

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि उन्हें थरूर से इर्ष्या है और यह सही है। उन्होंने हास्य शैली में कहा, ‘‘यह सच है। हम उनसे इर्ष्या करते हैं। जब हम किसी ऐसे व्यक्ति को देखते हैं जिसके पास वो कौशल हैं जो हमारे पास नहीं है तो क्या हमें जलन नहीं होनी चाहिए।’’ उन्होंने मजाकिये लहजे में कहा, ‘‘मैं उदास हूं कि कोई मुझसे नहीं जलता है।’’

उन्होंनें कहा कि बस इतनी बात है, लेकिन उसके इर्द-गिर्द बहुत सारी खबरें और बातें बनायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी पर दोष नहीं मढ़ रहे हैं, लेकिन जब कोई कहानी गढ़ी जाती है तो खलनायक की जरूरत होती है और इस बार खलनायक बनना उनकी ही किस्मत में आया।

इससे पहले दिन में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा था कि वह पार्टी की केरल इकाई में किसी से परेशान या नाराज नहीं हैं तथा उन्हें किसी से बातचीत करने में कोई परेशानी नहीं है क्योंकि ‘‘हम बालविहार में नहीं जहां एक दूसरे से बातचीत करने की मनाही हो।’’

यहां सम्मेलन में हिस्सा लेने आये थरूर ने संवाददाताओं से कहा था कि उन्होंने पार्टी में किसी के विरुद्ध कुछ नहीं बोला है, न ही उसके (पार्टी के) निर्देश के विरुद्ध कुछ किया, ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा कि क्यों ऐसा विवाद खड़ा किया गया है।

उन्होंने कार्यक्रम से पहले संवाददाताओं से कहा था, ‘‘मैं किसी से परेशान या नाराज नहीं हूं। मैंने किसी को दोषी नहीं ठहराया है या किसी पर आरोप नहीं लगाया है। मेरी तरफ से कोई शिकायत या मुद्दा नहीं है। मुझे सभी को एक जैसा देखने में कोई दिक्कत नहीं है और मुझे किसी से बातचीत करने में कोई परेशानी नहीं है।’’

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के सुधाकरण से बातचीत करेंगे, तब उन्होंने कहा था कि वह (सुधाकरण) स्वस्थ नहीं हैं और वह वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से भाग लेंगे।

सतीशन के बारे में उन्होंने कहा था, ‘‘यदि कार्यक्रम स्थल पर हमारी मुलाकात होती है तो हम मिलेंगे।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘यदि वे मुझसे बात करेंगे तो मैं क्यों नहीं बात करूंगा? हम बालविहार में थोड़े ही हैं कि एक-दूसरे से बातचीत न करें। लेकिन यदि एक वक्त पर एक ही जगह पर हम नहीं हैं तो हम कैसे एक-दूसरे से बातचीत करेंगे।’’

सतीशन ने हाल में थरूर का नाम लिये बिना कहा था कि पार्टी में किसी भी प्रकार की गुटबाजी या समानांतर गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि ऐसे कदमों से ‘गंभीरता’ से निपटा जाएगा।

थरूर के मालाबार दौरे के आलोक में विपक्ष के नेता द्वारा दिये गये कई बयानों में से यह एक बयान है। प्रदेश में कांग्रेस का एक अहम वर्ग परेशान है और कुछ को ‘इस कदम के पीछे एजेंडा’ नजर आता है।

उनके हाल के दौरे पर बढ़ते विवाद के बीच प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति ने शनिवार को अपने नेताओं को हर स्थान पर कार्यक्रमों में भाग लेने के दौरान संबंधी पार्टी मंचों की अनदेखी नहीं करने का कड़ा निर्देश दिया। समिति ने पार्टी नेताओं को ऐसे कार्यक्रमों में जाने की पहले से सूचना देने का भी निर्देश दिया।

जब रविवार को संवाददाताओं ने थरूर के सामने यह विषय उठाया तो उन्होंने कहा कि जब भी वह किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में जाते हैं तो जिला कांग्रेस अध्यक्षों को सदैव सूचना दी जाती है।

उन्होंने कहा कि चूंकि यह निजी कार्यक्रम था तो उसके बारे में जिला कांग्रेस अध्यक्ष को सूचना देने की जरूरत नहीं थी।

भाषा

राजकुमार सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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