तिरंगे के लिए उन्नत कपड़े के विकास हेतु आईआईटी दिल्ली के स्टार्टअप और फ्लैग फांउडेशन ने मिलाया हाथ

तिरंगे के लिए उन्नत कपड़े के विकास हेतु आईआईटी दिल्ली के स्टार्टअप और फ्लैग फांउडेशन ने मिलाया हाथ

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  • Publish Date - July 22, 2021 / 11:32 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:48 PM IST

नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के लिए उन्नत कपड़े का विकास करने हेतु आईआईटी दिल्ली के स्टार्टअप ने फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के साथ हाथ मिलाया है।

हाल में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली और फाउंडेशन ने स्टार्टअप ‘स्वात्रिक’ के माध्यम से संबंधित अनुसंधान और विकास गतिविधियों के लिए सहमति पत्र पर दस्तखत किए हैं।

आईआईटी दिल्ली के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ उच्चतम न्यायालय ने 23 जनवरी 2004 को ऐतिहासिक फैसला दिया जिसमें कहा गया कि सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराना मौलिक अधिकार है। भारत की जलवायु और भौगोलिक विविधता की वजह से ध्वज के लिए कपड़े के रेशे की डिजाइन और इंजनियरिंग बड़ी चुनौती है।’’

अधिकारी ने बताया कि झंडे के लिए रेशे को इस तरह से चुना और डिजाइन किया जाएगा ताकि वह कठोर जलवायु परिस्थितियों में भी लंबे समय तक टिक सके और बहुत भारी भी नहीं हो।

आईआईटी दिल्ली में कपड़ा एवं रेशा विभाग में प्रोफेसर बिपिन कुमार ने कहा, ‘‘यह समय की मांग है कि उचित मानकीकरण और विषय की जानकारी या रेशा प्रौद्योगिकी की कुशलता और ध्वज में इस्तेमाल होने वाले रेशे की गुणवत्ता में सुधार के लिए उत्पादकों की मदद की जाए।’’

फ्लैग फॉउंडेशन ऑफ इंडिया के सीईओ मेजर जनरल (अवकाश प्राप्त) अशिम कोहली ने कहा, ‘‘अच्छी गुणवत्ता का झंडा प्राप्त करना हमारे लिए हमेशा चुनौती रहा है। उचित प्रौद्योगिकी विकसित करने को लेकर आईआईटी दिल्ली के विशेषज्ञों के साथ काम करना गौरवान्वित करने वाला पल है ।’’

स्वात्रिक, आईआईटी दिल्ली के कपड़ा एवं रेशा इंजीनियरिंग विभाग के अनुसंधानकर्ताओं का स्टार्टअप है जो भारत के घरेलू कपड़ा एवं वस्त्र उद्योग के वास्ते आधुनिक प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए काम कर रहा है।

भाषा धीरज मनीषा

मनीषा