सोनिया को लिखी चिट्ठी में सिद्धू ने कुछ मुद्दे उठाए, चन्नी ने कहा, सभी मामले सुलझ जाएंगे |

सोनिया को लिखी चिट्ठी में सिद्धू ने कुछ मुद्दे उठाए, चन्नी ने कहा, सभी मामले सुलझ जाएंगे

सोनिया को लिखी चिट्ठी में सिद्धू ने कुछ मुद्दे उठाए, चन्नी ने कहा, सभी मामले सुलझ जाएंगे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:47 PM IST, Published Date : October 18, 2021/11:19 pm IST

चंडीगढ़, 18 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा कुछ मुद्दों को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी सार्वजनिक करने के एक दिन बाद सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि सभी मुद्दे सुलझा लिए जाएंगे और पार्टी का एजेंडा पूरी तरह लागू किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की जब सिद्धू और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के पर्यवेक्षक हरीश चौधरी के बीच दूसरी बैठक होने की बात कही जा रही है।

सिद्धू और चौधरी ने रविवार को मुख्यमंत्री चन्नी के साथ बैठक की थी। सिद्धू के करीबी माने जाने वाले मंत्री परगट सिंह भी वहां मौजूद लोगों में शामिल थे।

सिद्धू द्वारा सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी के बारे में पूछे जाने पर चन्नी ने पत्रकारों से कहा, “चाहे 13 सूत्री हो, 18 सूत्री हो, 21 सूत्री हो या 24 सूत्री हो, जो भी एजेंडा होगा उसे लागू किया जाएगा। कोई भी बिंदु छूटेगा नहीं। यदि आपको लगता है कि सिद्धू और मेरे बीच कोई मतभेद है तो मैं अगली सुबह ही उनसे मुलाकात करूंगा।”

उन्होंने प्रदेश कांग्रेस में मचा घमासान खत्म होने का संकेत देते हुए कहा, “यह ठीक है कि उन्होंने (सिद्धू ने) मुद्दे उठाए… हमें पार्टी की विचारधारा लागू करनी है। पार्टी सर्वोच्च है। सभी मुद्दों का समाधान किया जाएगा।”

सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के लिये पत्र लिखकर समय मांगा है। पत्र में उन्होंने कुछ मुद्दे उठाए हैं, जिसे सरकार को “पूरा करना चाहिए” और कहा कि यह चुनावी राज्य के “पुनरुत्थान और ऋणमुक्ति के लिये आखिरी मौका” है।

दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक के एक दिन बाद 15 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में, सिद्धू ने “पंजाब मॉडल के साथ 13-सूत्री एजेंडे को 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के घोषणापत्र का हिस्सा” बनाने की वकालत की।

कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद, सिद्धू ने 15 अक्टूबर को कहा था कि उनकी चिंताओं का समाधान कर दिया गया है और पार्टी ने कहा कि वह राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में बने रहेंगे।

सिद्धू ने सोनिया गांधी को पंजाब के “पिछले मुख्यमंत्री को दिए गए” पार्टी के 18 सूत्री एजेंडे की याद दिलाई और कहा कि वे “आज भी उतने ही प्रासंगिक” हैं।

उन्होंने 2015 में धार्मिक ग्रंथ बेअदबी के मामलों में न्याय, मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह में “बड़ी मछली” की गिरफ्तारी और बिजली खरीद समझौते को खत्म करने सहित कई मुद्दों को उठाया था।

सिद्धू ने अपना पत्र को ट्विटर पर सभी के साथ साझा किया। इससे संकेत दिया गया था कि वह अब भी मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार के उन मुद्दों से निपटने के तरीके से संतुष्ट नहीं हैं, जिन्हें वे हाल के दिनों में उठाते रहे हैं।

चन्नी और सिद्धू के बीच रविवार की शाम मुलाकात हुई थी। इस मौके पर हरीश चौधरी और राज्य सरकार में मंत्री परगट सिंह भी मौजूद थे।

इस बीच, सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने सोमवार को अमृतसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान रविवार रात चन्नी के साथ सिद्धू की मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों नेताओं के बीच बिजली खरीद समझौतों को कैसे रद्द किया जाए, इस पर चर्चा हुई। नवजोत कौर ने चन्नी को सभ्य, सरल और ईमानदार नेता बताया। चन्नी कांग्रेस के दिग्गज नेता अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं। अमरिंदर का सिद्धू के साथ टकराव चल रहा था।

भाषा रवि कांत अर्पणा

अर्पणा

 

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