जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में सुरक्षा बलों के अभियान में दो और आतंकवादी मारे गए

जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में सुरक्षा बलों के अभियान में दो और आतंकवादी मारे गए

जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में सुरक्षा बलों के अभियान में दो और आतंकवादी मारे गए
Modified Date: April 12, 2025 / 05:00 pm IST
Published Date: April 12, 2025 5:00 pm IST

जम्मू, 12 अप्रैल (भाषा) जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों द्वारा चलाये जा रहे एक अभियान में दो और आतंकवादी मारे गए हैं। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने क्षेत्र से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने का अपना संकल्प भी दोहराया।

इसके साथ ही पिछले दो दिन से जिले के छत्रू क्षेत्र में जारी अभियानों में मारे गए आतंकवादियों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। शुक्रवार सुबह सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया था।

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आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शनिवार को मारे गए आतंकवादी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध थे और इसमें एक शीर्ष कमांडर सैफुल्ला भी था, जो पिछले एक साल से चेनाब घाटी क्षेत्र में सक्रिय था।

असम राइफल्स के 5-सेक्टर कमांडर ब्रिगेडियर जे बी एस राठी और डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) श्रीधर पाटिल ने बताया कि नौ अप्रैल को शुरू किया गया अभियान अब भी जारी है। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना है।

ब्रिगेडियर राठी ने किश्तवाड़ में संवाददाताओं को बताया, ‘अभियान में कुल तीन आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि सैनिकों ने शानदार कौशल और तत्परता दिखाई तथा सुनिश्चित किया कि इस आरे कोई हताहत न हो। सैनिकों ने बहुत ही पेशेवराना अंदाज दिखाया और स्थानीय आबादी की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।’

उन्होंने कहा कि इन अभियानों से भारतीय सेना और पुलिस, विशेषकर इसके विशेष अभियान समूह (एसओजी) के बीच बेहतरीन समन्वय भी देखने को मिला।

सेना के अधिकारी ने कहा कि नौ अप्रैल को आतंकवादियों के बारे में पता चलने के बाद भारतीय वायुसेना की मदद से विशेष बलों को तैनात किया गया तथा क्षेत्र की निगरानी के लिए ड्रोन और रात्रिकालीन निगरानी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी क्षेत्र से भाग न सकें।

उन्होंने कहा कि यह अभियान जम्मू के दक्षिण में, विशेषकर पीर पंजाल रेंज में शांति और स्थिरता बनाए रखने की सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

डीआईजी ने कहा कि बुधवार को आतंकवादियों की तलाश के लिए शुरू किया गया अभियान अब अपने अंतिम चरण में है।

उन्होंने कहा, ‘क्षेत्र में मौजूद सभी आतंकवादियों के मारे जाने तक हमारा अभियान जारी रहेगा।’

उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया।

डीआईजी ने कहा कि अभियान के दौरान जो समन्वय और तालमेल देखने को मिला, वह जारी रहेगा और ‘आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए (पाकिस्तान से) यहां आने वाले किसी भी व्यक्ति का यही हश्र होगा।’

सैफुल्ला को मार गिराए जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में डीआईजी ने कहा, ‘हम अभी, किसी मृत आतंकवादी की पहचान की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं हैं। हम अपनी जांच के दौरान शवों की पहचान करेंगे और पुष्टि होने के बाद इसका खुलासा करेंगे।’

चेनाब घाटी क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी समूहों की संख्या के बारे में उन्होंने कहा कि संख्या महत्वपूर्ण नहीं है और ‘जैसा कि मैंने कहा कि हमारा अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि उन सभी का खात्मा नहीं कर दिया जाता।”

ब्रिगेडियर राठी ने यह भी कहा कि संख्या मायने नहीं रखती। उन्होंने कहा,’जो भी क्षेत्र में शांति और सौहार्द बिगाड़ने के मकसद से आएगा, उसका सफाया कर दिया जाएगा।’

पाटिल ने बताया कि मृत आतंकवादियों के पास से एम-4 कार्बाइन राइफल और एके सीरीज राइफल सहित बड़ी मात्रा में आयुध बरामद किया गया है।

आतंकवादियों को स्थानीय स्तर पर सहयोग मिलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह जांच का हिस्सा है और जानकारी सामने आने पर इसे साझा किया जाएगा।

इससे पहले, सेना की व्हाइट नाइट कोर ने अभियान में दो आतंकवादियों के मारे जाने की जानकारी दी थी।

सेना की जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर ने कहा था, ‘खराब और प्रतिकूल मौसम के बावजूद, किश्तवाड़ के छतरू में जारी अभियान में दो और पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया गया है। एक एके और एक एम4 राइफल सहित बड़ी मात्रा में हथियार एवं गोलाबारूद बरामद किया गया है।’

एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद, बुधवार को शुरू हुए अभियान में सुरक्षा बलों ने शुक्रवार सुबह एक आतंकवादी को ढेर कर दिया था। अधिकारियों ने बताया कि अभियान अब भी जारी है।

उन्होंने बताया कि उधमपुर जिले के बसंतगढ़ और रामनगर इलाकों में तीन अन्य आतंकवादियों के एक समूह को पकड़ने के लिए बुधवार से एक अन्य अभियान भी जारी है।

भाषा नोमान सुभाष

सुभाष


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