केरल में दोनों पक्ष ‘लड़ाई’ का दिखावा करते हैं, राज्य का विकास नहीं चाहते : रेल मंत्री वैष्णव
केरल में दोनों पक्ष ‘लड़ाई’ का दिखावा करते हैं, राज्य का विकास नहीं चाहते : रेल मंत्री वैष्णव
नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में दावा किया कि कि केरल की दो मुख्य पार्टियां (कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) राज्य में विकास नहीं चाहतीं। इसके साथ ही उन्होंने दोनों पार्टियां पर संसद में लड़ाई का “दिखावा” करने का आरोप लगाया।
उच्च सदन में रेल मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि केरल में कई परियोजनाओं पर काम राज्य सरकार के सहयोग के अभाव के कारण अटका हुआ है। उन्होंने कई रेलवे अंडर-ब्रिज के काम का उदाहरण दिया, जो भूमि उपलब्ध न होने के कारण अटका हुआ है, जिसे राज्य सरकार को उपलब्ध कराना होता है।
उन्होंने सदन से कहा, “यह तथाकथित लड़ाई उनके और उनके (केरल की दो प्रमुख पार्टियों के) बीच बहुत दिलचस्प है। यह एक दिखावा लगता है, जो मूल रूप से केरल के लोगों को नुकसान पहुँचा रहा है। वास्तविकता यह है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केरल में रेलवे नेटवर्क विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
वैष्णव ने आरोप लगाया, “ये दोनों पक्ष हमेशा लड़ाई का दिखावा कर सकते हैं, लेकिन अंदरूनी तौर पर, वे सब जुड़े हुए हैं। वे सब एक ही लक्ष्य की दिशा में काम कर रहे हैं, और वह लक्ष्य है—केरल का विकास न हो।”
रेल मंत्री कांग्रेस सांसद जेबी माथेर द्वारा उठाए गए प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे, जिन्होंने राज्य सरकार पर विकास पहल में सहयोग न करने का आरोप लगाया। इस पर माकपा सदस्यों ने उनकी टिप्पणियों पर आपत्ति जताई और उनका प्रतिवाद किया।
वैष्णव ने कहा, “केरल के लिए बजट में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है और 372 करोड़ रुपये के मामूली बजट से बढ़कर अब 3,042 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जो पहले की तुलना में आठ गुना से अधिक है।”
जब रेल मंत्री ने अपने मंत्रालय द्वारा केरल में किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों का विवरण दिया और राज्य सरकार पर टिप्पणी की, वाम सांसदों ने उन्हें बाधित करने की कोशिश की।
मंत्री ने कहा, “वे (वाम सदस्य) विकास कार्य सुन नहीं सकते। उन्हें विकास कार्य में कोई रुचि नहीं है”। उन्होंने दावा किया कि कई परियोजनाएं राज्य सरकार के सहयोग के अभाव के कारण रुकी हुई हैं।
भाषा
माधव अविनाश
अविनाश

Facebook



