राज्यसभा में भाजपा के बृजलाल व कांग्रेस के रमेश देवदासी प्रथा के उन्मूलन मुद्दे पर आपस में उलझे

राज्यसभा में भाजपा के बृजलाल व कांग्रेस के रमेश देवदासी प्रथा के उन्मूलन मुद्दे पर आपस में उलझे

राज्यसभा में भाजपा के बृजलाल व कांग्रेस के रमेश देवदासी प्रथा के उन्मूलन मुद्दे पर आपस में उलझे
Modified Date: December 5, 2025 / 05:41 pm IST
Published Date: December 5, 2025 5:41 pm IST

नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) राज्यसभा में शुक्रवार को भाजपा के बृजलाल और कांग्रेस के जयराम रमेश देवदासी प्रथा के उन्मूलन के मुद्दे पर आपस में उस समय उलझ गए जब बृजलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस निंदनीय प्रथा पर रोक लगायी।

कांग्रेस सदस्य रमेश ने इसका प्रतिवाद करते हुए कहा कि यह प्रथा 70 साल पहले ही समाप्त कर दी गयी थी। उन्होंने कहा कि इस प्रथा पर रोक लगाने के लिए 70 साल पहले ही कानून बनाया गया था। शोर में रमेश की बात ठीक से नहीं सुनी जा सकी। उपसभापति हरिवंश ने बीच-बचाव किया। उसके बाद सदन में आगे कामकाज हुआ।

यह वाकया उस समय हुआ जब बृजलाल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) सदस्य फौजिया खान के निजी विधेयक यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2024 पर उच्च सदन में हुई चर्चा में भाग ले रहे थे।

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बृजलाल ने कहा कि दक्षिण भारत में बहुत दिनों से देवदासी प्रथा चली आ रही थी जिसमें खासकर दलित और आदिवासी घरों की बच्चियों को मंदिरों में दान कर दिया जाता था और वह लड़कियां उसे मंदिर में देवदासी कहलाती थीं।

उन्होंने कहा कि उन देवदासियों का उत्पीड़न होता था और आजादी के इतने साल बीतने पर भी किसी ने इस पर रोक लगाने की ओर ध्यान नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस पर ध्यान दिया और 2016 में कानून में संशोधन कर इस प्रथा को अपराधिक कृत्य घोषित किया गया, तब जाकर यह प्रथा समाप्त हुई।

भाषा

अविनाश माधव

माधव


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