नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) आयकर विभाग ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दो रियल एस्टेट समूहों पर छापा मारने के बाद तकरीबन 400 करोड़ रुपये की अज्ञात आय का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने बुधवार को यह जानकारी दी।
वाणिज्यिक और आवासीय परियोजनाओं के निर्माण में शामिल अज्ञात समूहों की 17 नवंबर को तलाशी ली गयी।
सीबीडीटी ने एक वक्तव्य में कहा कि जब्त किए गए आंकड़ों के प्रारंभिक विश्लेषण से यह पता चलता है कि इन समूहों को फ्लैटों की बिक्री के बदले नकद में बिक्री का कुछ हिस्सा मिल रहा था और ऐसी नकदी को खाता पुस्तिकाओं में दर्ज नहीं किया गया। उसने दावा किया कि ‘‘बड़े पैमाने पर कर की चोरी’’ की गयी और ऐसी आय पर देय कर नहीं दिया गया।
वक्तव्य में कहा गया है, ‘‘अभी तक मिले सबूतों से प्रथम दृष्टया यह पता चलता है कि अज्ञात आय करीब 400 करोड़ रुपये की हो सकती है। छापों के दौरान 10 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए थे।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘एक समूह कथित तौर पर कर चोरी और अपने रियल एस्टेट कारोबार के वित्त पोषण के लिए शैक्षिक गतिविधियों में शामिल परोपकारी संगठनों के एक नेटवर्क का इस्तेमाल करता पाया गया। सबूतों से यह भी पता चला कि कर अधिकारियों के समक्ष किये गऐ खाता पुस्तिकाओं के साथ छेड़छाड़ की गयी।’’
भाषा
गोला अनूप
अनूप
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)