नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) भारत और यूरोपीय संघ ने अपतटीय पवन, हरित हाइड्रोजन और सौर ऊर्जा पर जोर देते हुए स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया है। इसके अलावा, ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने का भी निर्णय लिया।
बुधवार को भारत-यूरोपीय संघ ऊर्जा पैनल की बैठक में स्वच्छ ऊर्जा सहयोग को प्रगाढ़ करने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि पैनल ने 2023 तक स्वच्छ ऊर्जा व जलवायु साझेदारी को लागू करने के लिए एक विस्तृत कार्यक्रम पर सहमति व्यक्त की, जिस पर 2016 में सहमति बनी थी।
मंत्रालय के अनुसार बैठक में दोनों पक्षों ने हरित हाइड्रोजन, ग्रिड एकीकरण के क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने पर भी सहमति व्यक्त की, जिसमें स्मार्ट ग्रिड, भंडारण, बिजली बाजार डिजाइन और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं के लिए स्थायी वित्तपोषण शामिल है।
मंत्रालय ने बताया कि भारत और यूरोपीय संघ ने अपतटीय पवन, हरित हाइड्रोजन और सौर ऊर्जा पर बल देते हुए स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का संकल्प लेने के अलावा ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने का भी निर्णय लिया।
भाषा
जोहेब सुभाष
सुभाष
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