नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोमवार को कहा कि बिमस्टेक के सात सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आतंकवाद को समाप्त करने, खुफिया सूचनाएं साझा करने, साइबर सुरक्षा और तटीय सुरक्षा के मुद्दे पर सहयोग बढ़ाने के लिए आगे बढ़े हैं।
उन्होंने एक सम्मेलन में कहा कि समूह ने बिम्सटेक तटीय पोत परिवहन समझौते और मोटर वाहन समझौते को अंतिम रूप देने में भी प्रगति की है, जो क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने के वास्ते वैधानिक ढांचा उपलब्ध कराएगा। भारत के अलावा बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग पहल) में बांग्लादेश, म्यांमा, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल है।
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के तहत किसी कारणवश कुछ मुद्दों पर काम नहीं हो पा रहा था, इसलिए भारत, क्षेत्रीय सहयोग के लिए बिम्सटेक को एक प्रभावशाली मंच बनाने का प्रयास कर रहा है। विदेश सचिव ने कहा कि भारत बिम्सटेक के तहत क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत इस संगठन को और अधिक प्रभावशाली, प्रभावी और परिणाम देने वाला बनाना चाहता है।
श्रृंगला ने कहा कि पिछले साल भारत विशेषज्ञ समूह का अध्यक्ष था और इस दौरान परिवहन संपर्क के लिए बिम्सटेक के ‘मास्टर प्लान’ को अंतिम स्वरूप दिया गया था।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत क्षेत्र में बिना रुकावट के कई माध्यमों वाली परिवहन व्यवस्था का खाका बनाया गया है, जिससे लोगों एवं सामान की आवाजाही के लिए सुविधाओं को प्रभावी रूप से बढ़ाया जाएगा।
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