टीका प्रमाणन प्रक्रिया पर भारत, ब्रिटेन के बीच हुई तकनीकी वार्ता |

टीका प्रमाणन प्रक्रिया पर भारत, ब्रिटेन के बीच हुई तकनीकी वार्ता

टीका प्रमाणन प्रक्रिया पर भारत, ब्रिटेन के बीच हुई तकनीकी वार्ता

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:32 PM IST, Published Date : September 23, 2021/11:36 pm IST

नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के अध्यक्ष आर एस शर्मा ने बृहस्पतिवार को भारतीय यात्रियों को टीका प्रमाणन के मुद्दे पर चर्चा की जिसे एलिस ने ‘‘शानदार’’ तकनीकी चर्चा और ‘‘महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाना’’ करार दिया।

एलिस ने ट्वीट कर कहा कि किसी भी पक्ष ने तकनीकी चर्चा के दौरान एक-दूसरे की प्रमाणन प्रक्रिया को लेकर कोई तकनीकी चिंता जाहिर नहीं की।

उन्होंने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘‘ आयुष्मान एनएचए के आर. एस. शर्मा के साथ शानदार तकनीकी चर्चा हुई। किसी भी पक्ष ने एक-दूसरे की प्रमाणन प्रक्रिया को लेकर कोई तकनीकी चिंता जाहिर नहीं की। ब्रिटेन एवं भारत के बीच यात्रा और पूर्ण सुरक्षित जन सेहत को लेकर हमारे संयुक्त उद्देश्य में महत्वपूर्ण प्रगति।’’

उच्चायुक्त की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए शर्मा ने एलिस के विचारों की सराहना की और दोनों पक्षों के स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच संबंधों को गहरा करने को लेकर जोर दिया।

शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ” एलेक्स एलिस के विचारों की सराहना करता हूं, यह भारत-ब्रिटेन के बीच सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों की बहाली में महत्वपूर्ण साबित होगा। हम आयुष्मान एनएचए और एनएचएसएक्स के बीच संबंधों को और गहरा करने को लेकर उत्साहित हैं।”

कोविशील्ड को मान्यता देने से ब्रिटेन के इंकार करने पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद लंदन ने बुधवार को अपने नए दिशानिर्देश में संशोधन किया जिसमें इसने एस्ट्राजेनेका के भारत निर्मित संस्करण को अंतरराष्ट्रीय यात्रा परामर्श में शामिल किया।

ब्रिटेन के अधिकारियों ने बुधवार को स्पष्ट किया था कि कोविशील्ड की दोनों खुराक लगवा चुके भारतीय यात्रियों को ब्रिटेन में अब भी दस दिनों के पृथक-वास में रहना होगा और कहा कि टीके को शामिल किए जाने से भी बहुत फर्क नहीं पड़ता है।

एलिस ने बुधवार को बयान जारी कर कहा था, ‘‘हम स्पष्ट करते हैं कि कोविशील्ड से कोई समस्या नहीं है। ब्रिटेन में यात्रा कर सकते हैं और भारत से काफी संख्या में लोग ब्रिटेन जा रहे हैं, चाहे वे पर्यटक हों या व्यवसायी या छात्र।’’

भारत ने नए यात्रा नियमों को लेकर मंगलवार को कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी और चेतावनी दी थी कि अगर ब्रिटेन ने इसकी चिंताओं का समाधान नहीं किया तो कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।

भाषा शफीक प्रशांत

प्रशांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers