पिथौरागढ़ (उत्तराखंड), पांच दिसंबर (भाषा) भारतीय व्यापारियों ने धारचूला में निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर रविवार को कथित पत्थरबाजी और उसके बाद नेपाल में लाठीचार्ज में एक भारतीय कारोबारी के घायल होने के विरोध में सोमवार को भारत और नेपाल के बीच बने पुल को दो घंटे तक अवरूद्ध रखा।
धारचूला के उपजिलाधिकारी दिवेश शास्नी ने बताया कि धारचूला में हुई पत्थरबाजी की घटना में एक मजदूर घायल हुआ जबकि किसी व्यक्तिगत काम से नेपाल गया एक भारतीय कारोबारी वहां हुए लाठीचार्ज में जख्मी हो गया।
पत्थरबाजी में घायल हुए मजदूर दोनों देशों के बीच बहने वाली काली नदी के किनारे सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य कर रहे थे।
नेपाली दीवार के निर्माण कार्य का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन्हें आशंका है कि इससे नदी का बहाव उनके देश की तरफ हो जाएगा जिससे बाढ़ का खतरा पैदा हो जाएगा।
भारतीय व्यापारियों ने भारत और नेपाल के बीच पुल को सुबह सात बजे से नौ बजे तक बंद रखा और नेपाली अधिकारियों से पत्थरबाजी करने वाले लोगों के खिलाफ तीन दिन के भीतर कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ही उस पर आवागमन सुचारू होने दिया।
धारचूला व्यापारी संघ के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह थापा ने बताया, ‘‘दार्चुला (नेपाल) के मुख्य जिला अधिकारी द्वारा धारचूला (भारत) के उपजिलाधिकारी से संपर्क करने और उनसे पत्थरबाजी करने वालों और भारतीयों पर लाठीचार्ज करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ही पुल को खोला गया।’’
थापा ने धमकी दी कि अगर वादे के अनुसार तीन दिन के भीतर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी तो पुल को फिर से बंद कर दिया जाएगा।
धारचूला के उपजिलाधिकारी ने कहा, ‘‘हमने पत्थरबाजी की घटना के बारे में नेपाली अधिकारियों से बातचीत की है और उन्होंने दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण को खराब करने वाले तत्वों के विरूद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया है।’’
भाषा सं दीप्ति अर्पणा
अर्पणा
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