प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत की रैंकिंग गिरना मीडिया की दुर्दशा का प्रतीक: गहलोत

प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत की रैंकिंग गिरना मीडिया की दुर्दशा का प्रतीक: गहलोत

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  • Publish Date - May 6, 2022 / 03:24 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:17 PM IST

जयपुर, छह मई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘प्रेस फ्रीडम इंडेक्स’ में भारत की रैंकिंग गिरने पर चिंता जताते हुए इसे भारतीय मीडिया की दुर्दशा का प्रतीक बताया है और कहा है कि मीडिया को केन्द्र सरकार के दबाव में न आकर जनता का साथ देना चाहिए।

गहलोत ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2022 में भारत की रैंकिंग 180 देशों में 150 वें स्थान पर पहुंच गई है। यह भारतीय मीडिया की दुर्दशा का प्रतीक है।’’

गहलोत के अनुसार, 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद से ही मीडिया के दमन का ऐसा कुचक्र चला है कि मीडिया पूरी तरह केन्द्र सरकार, भाजपा व आरएसएस के इशारे पर चल रही है।

उन्होंने लिखा, ‘‘मीडिया में इतना भय व्याप्त हो गया है कि निष्पक्षता एवं तर्क के साथ सच दिखाने की बजाय ऐसी खबरें दी जाती है, जिससे केंद्र सरकार की नाराजगी न मोल लेनी पड़ जाए। आज महंगाई एवं बेरोजगारी के कारण जनता में हाहाकार मचा हुआ है, परन्तु इस पर मीडिया में कोई चर्चा नहीं हो रही है। सिर्फ धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण की ही बहस चलती रहती है।’’

मुख्यमंत्री के अनुसार, ‘‘मीडिया को केन्द्र सरकार के दबाव में न आकर जनता का साथ देना चाहिए। जब मीडिया आमजन के हित की बात करेगा तो जनता भी मीडिया का साथ देगी और केन्द्र सरकार की इतनी हिम्मत नहीं होगी कि वह मीडिया पर अंकुश लगा सके, जैसा अभी लगा हुआ है।’’

भाषा पृथ्वी सुरेश

सुरेश