क्या भारत चीन से मुकाबला करने में सक्षम है !

क्या भारत चीन से मुकाबला करने में सक्षम है !

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  • Publish Date - July 4, 2017 / 06:56 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:45 PM IST

 

सिक्किम सीमा विवाद ने भारत और चीन दोनों देशों के बीच फिर तलख्यिां बढ़ा दी है. दोनों देशों की तनातनी के बीच चीन ने भारत को चेतावनी दी है कि भारतीय सेना इतिहास से सबक ले, यानी 1962 की लड़ाई में मिली हार से सीख ले. तब से एक बार फिर से यह बहस चली पड़ी है कि क्या भारत अब चीन से मुकाबला कर पाने में सक्षम है? या फिर अब वह उसे छोड़कर आगे बढ़ चला है. इस बीच रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने चीन की धमकी के जवाब में यह कहकर तनाव को और भी हवा दे दी है कि 1962 के भारत और 2017 के भारत में फर्क है. तब अलग हालात थे और अब हालात अलग हैं.

विशेषज्ञों की राय पर गौर किया जाए तो लगता है कि यदि मौजूदा हालात नहीं सुलझे तो चीन अपने भूभाग की रक्षा के लिए कुछ भी कर सकता है और यहां तक कि युद्ध की हद तक भी जा सकता है. इधर भारत सरकार का कहना है कि वर्तमान तनाव के लिए भारत कतई जिम्मेदार नहीं है बल्कि यह विवाद मूल रूप से चीन और भूटान के बीच तीन दशकों से जारी है. इस क्षेत्र में चीन की दखलंदाजी से भारत की संप्रभुता पर भी खतरा मंडरा सकता है, इसलिए भी भारत को अपनी भूमिका निभानी पड़ी.    

 वैसे हमें यहां यह भी नही भूलना चाहिए कि अगर हम 1962 की तुलना में बेहद मजबूत हुए हैं और हमारे देश ने काफी तरक्की की है तो चीन की रफ्तार तो हमसे कहीं ज्यादा है. आज का चीन भी 1962 वाला चीन नहीं है बल्कि तब की तुलना में वह काफी आगे निकल चुका है. यह सर्वविदित है कि 1962 की लड़ाई में भारत को चीन के हाथों करारी हार मिली थी. उस जंग में भारत के करीब 1300 सैनिक मारे गए थे और एक हजार सैनिक घायल हुए थे. डेढ़ हजार सैनिक लापता हो गए थे और करीब चार हजार सैनिक बंदी बना लिए गए थे. वहीं चीन के करीब 700 सैनिक मारे गए थे और डेढ़ हजार से ज्यादा घायल हुए थे. इसी को ध्यान में रखकर चीन ने इतिहास से सबक लेने की चेतावनी भारत को दी है.