हिंद-प्रशांत क्षेत्र का खुला एवं मुक्त होना पर्याप्त नहीं,भारत को भी ऐसा ही होना होगा : चिदंबरम

हिंद-प्रशांत क्षेत्र का खुला एवं मुक्त होना पर्याप्त नहीं,भारत को भी ऐसा ही होना होगा : चिदंबरम

हिंद-प्रशांत क्षेत्र का खुला एवं मुक्त होना पर्याप्त नहीं,भारत को भी ऐसा ही होना होगा : चिदंबरम
Modified Date: November 29, 2022 / 08:53 pm IST
Published Date: March 13, 2021 7:36 pm IST

नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) क्वाड देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने शनिवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र का खुला एवं मुक्त रहना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि भारत को भी ऐसा ही होना होगा।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ चार देशों के समूह के नेताओं के पहले ऑनलाइन शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था।

‘क्वाड’ नेताओं ने खुले, मुक्त, समावेशी, स्वस्थ, लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़े हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के प्रति संकल्प व्यक्त किया था।

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चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘यह पर्याप्त नहीं है, जैसा कि क्वाड नेताओं ने कहा, हिंद-प्रशांत क्षेत्र खुला और स्वतंत्र है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत (को भी) खुला और मुक्त होना चाहिए। दमनकारी कानून और असंतोष का दमन खुले और स्वतंत्र देश की पहचान नहीं है।’’

भाषा मानसी सुभाष

सुभाष


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