संदेह है कि जनसंख्या वृद्धि दर में कमी पर सरकार के आंकड़ों से भाजपा में ज्यादतर लोग अवगत हैं : रमेश

संदेह है कि जनसंख्या वृद्धि दर में कमी पर सरकार के आंकड़ों से भाजपा में ज्यादतर लोग अवगत हैं : रमेश

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  • Publish Date - July 17, 2021 / 01:28 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:46 PM IST

नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण से जुड़े राज्य की भाजपा सरकार के प्रस्तावित कदमों को लेकर छिड़ी बहस के बीच शनिवार को कहा कि उन्हें इस बात का संदेह है कि भाजपा में ज्यादातर लोग जनसंख्या बढ़ने की दर में कमी आने से जुड़े सरकार के आंकड़े से अवगत हैं।

उन्होंने साल 2018-19 के आर्थिक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए भाजपा पर निशाना साधा।

राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘जनसंख्या में गिरावट का महत्वपूर्ण बिंदु तब आता है जब प्रजनन क्षमता का प्रतिस्थापन स्तर 2.1 तक पहुंच जाता है। इसके एक या दो पीढ़ी के बाद, जनसंख्या या तो स्थिर हो जाती है या घटती है। ये सबसे पहले 1988 में केरल में हुआ, फिर पांच साल बाद तमिलनाडु में हुआ।’’

रमेश के अनुसार, ‘‘अब तक भारत के अधितर राज्यों ने प्रजनन क्षमता के प्रतिस्थापन स्तर को हासिल कर लिया है। 2026 तक झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश भी ऐसा कर लेंगे, जिसमें सबसे अंतिम राज्य बिहार है और वह भी 2030 तक इस स्तर को हासिल कर लेगा।’’

उन्होंने 2018-19 के आर्थिक सर्वेक्षण में दिए प्रजनन दर संबंधी आंकड़े साझा करते हुए कहा, ‘‘मुझे संदेह है कि भाजपा में ज्यादातर लोग इस बुनियादी तथ्य से अवगत हैं, जो मोदी सरकार द्वारा जुलाई 2019 में संसद में पेश किये गए अपने 2018-19 के आर्थिक सर्वेक्षण में दर्शाया गया था। आप स्वयं देखें।’’

भाषा हक हक नीरज

नीरज