आईयूएमएल ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अदालत के फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया

आईयूएमएल ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अदालत के फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया

आईयूएमएल ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अदालत के फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: September 30, 2020 12:41 pm IST

तिरुवंनतपुरम, 30 सितंबर (भाषा) इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर दिए गए फैसले को बुधवार को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया और कहा कि इस फैसले के खिलाफ अपील की जानी चाहिए।

बता दें कि अदालत ने इस मामले में भाजपा के वयोवृद्ध नेता लाल कृष्ण आडवाणी सहित सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है।

यहां मीडिया को संबोधित करते हुए आईयूएमएल प्रमुख पनाक्कड हैदर अली शिहाब थांगल ने कहा, ‘‘ यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लखनऊ स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने मामले में सभी आरोपियों को बरी कर दिया है।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘ जांच एजेंसी को फैसले के खिलाफ अपील करनी चाहिए। शांति और सांप्रदायिक सौहार्द्र् बनाए रखना चाहिए।’’

आईयूएमएल नेता और सांसद पीके कुन्हलीकुट्टी ने भी कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ अपील की जानी चाहिए।

कुन्हलीकुट्टी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। इस फैसले के खिलाफ अपील की जानी चाहिए। पूरी दुनिया ने देखा कि मस्जिद को ध्वस्त होने से बचाने की किसी ने कोशिश नहीं की।’’

इस बीच, केरल भाजपा ने कहा कि लखनऊ स्थित सीबीआई की अदालत के फैसले के साथ ही तीन दशक से संदेह के आधार पर जांच पड़ताल का अंत हुआ।

केरल भाजपा ने कहा, ‘‘ भाजपा के खिलाफ झूठे आरोप कांग्रेस और अन्य फर्जी धर्मनिरपेक्ष पार्टियों ने लगाए थे जो झूठे साबित हुए हैं।’’

भाजपा ने कहा कि कांग्रेस को विवादित ढांचे के आधार पर देश को बांटने की कोशिश करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।

केरल भाजपा के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने बयान में कहा, ‘‘ अदालत का फैसला उनको जवाब है जिन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी सहित वरिष्ठ नेताओं की छवि धूमिल करने की कोशिश की।’’

उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के रुख कि विवादित ढांचा गिराने में कोई साजिश नहीं हुई है पर अदालत ने भी मुहर लगा दी है।

भाषा धीरज उमा

उमा


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