राहुल गांधी के दफ्तर में तोड़फोड़ करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आईवाईसी का प्रदर्शन |

राहुल गांधी के दफ्तर में तोड़फोड़ करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आईवाईसी का प्रदर्शन

राहुल गांधी के दफ्तर में तोड़फोड़ करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आईवाईसी का प्रदर्शन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:01 PM IST, Published Date : June 25, 2022/4:46 pm IST

नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) केरल के वायनाड में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कार्यालय पर एसएफआई सदस्यों द्वारा कथित रूप से हमला किए जाने के एक दिन बाद, भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया।

गोल मार्केट के पास मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा ) के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों के हाथ में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था, ‘एसएफआई के गुंडों को गिरफ्तार करो’, ‘वामपंथियों की अराजकता को ना कहो’। इस दौरान राहुल गांधी के समर्थन में नारे भी लगाए गए।

वायनाड में एसएफआई का विरोध मार्च शुक्रवार को तब हिंसक हो गया था, जब कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कथित तौर पर राहुल गांधी के कार्यालय में प्रवेश किया और उसमें तोड़फोड़ की। इसके बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस घटना की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।

माकपा से जुड़े छात्र संगठन ने यह आरोप लगाते हुए विरोध किया कि गांधी केरल के पहाड़ी इलाकों में जंगलों के आसपास बफर जोन बनाने के मुद्दे में हस्तक्षेप करने में विफल रहे।

आईवाईसी के मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष, राहुल राव ने कहा, “हम इस बर्बर हमले की निंदा करते हैं। केरल जैसे राज्य में, कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा आईवाईसी सदस्यों की हत्या और उन पर हमलों की घटनाएं हुई हैं। जिस तरह से एसएफआई सदस्यों ने कल वायनाड में राहुल गांधी के कार्यालय पर हमला किया और तोड़फोड़ की, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा कि अगर केरल में एसएफआई और एलडीएफ सरकार हमले के लिए माफी नहीं मांगती है, तो आईवाईसी “सुनिश्चित करेगा कि एसएफआई और माकपा कार्यालयों के द्वार बंद रहें।”

राव ने हमले के एक कथित वीडियो का हवाला देते हुए कहा, “हमले में शामिल सभी लोगों की स्पष्ट रूप से पहचान की जा सकती है। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और दंडित किया जाना चाहिए।

भाषा

प्रशांत दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)