झारखंड: छठ पूजा के पहले दिन के अर्घ्य के लिए जलाशयों को सजाया गया
झारखंड: छठ पूजा के पहले दिन के अर्घ्य के लिए जलाशयों को सजाया गया
रांची, 27 अक्टूबर (भाषा) झारखंड में छठ पूजा के अवसर पर जिन जलाशयों में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करेंगे, उन्हें सोमवार शाम को पूजा के पहले दिन के अर्घ्य (जल का पवित्र अर्पण) के लिए साफ कर रोशनी से सजाया गया है और अवरोधक लगाए गए हैं।
छठ के दौरान श्रद्धालु तालाबों, नदियों, जलाशयों और झीलों सहित जल निकायों में डूबते और उगते सूर्य की पूजा करने के लिए एकत्र होते हैं।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छठ पूजा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं।
सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की सभी को हार्दिक बधाई, शुभकामनाएं और जोहार।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज छठव्रती माताएं-बहनें डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य देंगी। प्रकृति की महानता को दर्शाता छठ का हर अनुष्ठान हमें सिखाता है कि जीवन में उगते सूर्य के प्रति कृतज्ञता और अस्त होते प्रकाश के प्रति धैर्य सच्ची साधना और समर्पण का मार्ग है। छठी मैया और भगवान भास्कर आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें।’’
सूर्य देव की उपासना का चार दिवसीय छठ पर्व शनिवार को ‘नहाय खाय’ के साथ शुरू हो गया। यह उत्सव मंगलवार सुबह सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ संपन्न होगा।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी इस अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
गंगवार ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भगवान भास्कर एवं छठी मैया की कृपा सभी छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं पर बनी रहे। मैं प्रार्थना करता हूं कि सभी के जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि का प्रकाश सदैव चमकता रहे।’’
सभी वर्गों के श्रद्धालु आज शाम पूजा सामग्री लेकर जलाशयों में जाएंगे और छठ घाटों पर अर्घ्य सहित अन्य अनुष्ठान करेंगे।
पूजा समितियों या स्थानीय प्रशासन ने विभिन्न स्थानों पर सड़कों की सफाई की है।
झारखंड के सभी जलाशयों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए रांची, जमशेदपुर और धनबाद समेत प्रमुख शहरों में अतिरिक्त बल, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे तैनात किए गए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों को भी संवेदनशील जल निकायों पर तैनात किया गया है।
रांची के पुलिस अधीक्षक (नगर) पारस राणा ने बताया कि रांची में 62 जल निकायों को जोखिम कारकों के अनुसार तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है और इसी के अनुसार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
जिन जल निकायों में इस वर्ष जल स्तर अधिक है, वहां अवरोधक लगाने और खतरनाक क्षेत्रों को चिह्नित करने का काम पूरा हो चुका है।
शहर के प्रमुख तालाबों, जैसे बड़ा तालाब, कांके डैम, धुर्वा डैम, हटानिया तालाब और लेन टैंक तालाब पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीम तैनात रहेंगी।
स्थायी घाटों के अलावा श्रद्धालुओं के लिए शहर भर में 50 अस्थायी घाट भी बनाए गए हैं। इसके अलावा, छठ घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए ‘चेंजिंग रूम’ (कपड़े बदलने के लिए कमरे) भी बनाए गए हैं।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कम से कम 13 पार्किंग स्थल चिह्नित किए गए हैं जिनमें नगा बाबा खटाल, सब्जी मंडी पार्किंग, सीएमपीडीआई, गांधीनगर, रॉक गार्डन, शालीमार बाजार और रांची के शहीद मैदान शामिल हैं।
सोमवार को सुबह आठ बजे से रात 11 बजे तक शहर में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। मंगलवार को प्रतिबंध तड़के दो बजे से सुबह 10 बजे तक लागू रहेगा। इस दौरान भारी वाहनों को रिंग रोड से होकर गुजारा जाएगा।
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा

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