जेएनयू ने दोहरी डिग्री के इंजीनियरिंग छात्रों को पाठ्यक्रम से बाहर निकलने के विकल्प को मंजूरी दी |

जेएनयू ने दोहरी डिग्री के इंजीनियरिंग छात्रों को पाठ्यक्रम से बाहर निकलने के विकल्प को मंजूरी दी

जेएनयू ने दोहरी डिग्री के इंजीनियरिंग छात्रों को पाठ्यक्रम से बाहर निकलने के विकल्प को मंजूरी दी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:07 PM IST, Published Date : July 4, 2022/9:00 pm IST

नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की अकादमिक परिषद ने 2018-2019 बैच से प्रवेश लेने वाले स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में दोहरी डिग्री कार्यक्रम के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम से बाहर निकलने के विकल्प को मंजूरी दे दी है।

यह निर्णय अकादमिक परिषद की 160वीं बैठक में लिया गया, जो विश्वविद्यालय का मुख्य शैक्षणिक प्राधिकार है। एक जुलाई को जारी अधिसूचना में उप रजिस्ट्रार (मूल्यांकन) मनोज कुमार मनुज ने कहा है कि जिन छात्रों ने सफलतापूर्वक अपनी बीटेक डिग्री पूरी कर ली है, वे पाठ्यक्रम से बाहर निकलने के विकल्प का लाभ उठा सकते हैं।

अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी), 2020 की भावना के अनुरूप कदम उठाते हुए अकादमिक परिषद ने एक जुलाई को आयोजित अपनी बैठक में 2018-2019 बैच से स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में दोहरी डिग्री (चार वर्षीय बी.टेक और एक वर्षीय एम.टेक/ एमएस) कार्यक्रम में दाखिला लेने वाले छात्रों को बाहर निकलने के विकल्प की पेशकश करने को मंजूरी दे दी है।’’

केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर एनईपी, वर्ष 1986 में तैयार की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का स्थान लेगी। इसका उद्देश्य भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाने के लिए स्कूलों और उच्च शैक्षणिक संस्थानों में परिवर्तनकारी सुधारों का मार्ग प्रशस्त करना है। नयी नीति के तहत तीन वर्षीय और चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों में कभी भी बाहर निकलने का विकल्प है।

भाषा आशीष नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

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