कर्नाटक सरकार ने राज्य गान का समय ढाई मिनट निर्धारित किया |

कर्नाटक सरकार ने राज्य गान का समय ढाई मिनट निर्धारित किया

कर्नाटक सरकार ने राज्य गान का समय ढाई मिनट निर्धारित किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:52 PM IST, Published Date : September 23, 2022/8:44 pm IST

बेंगलुरु, 23 सितंबर (भाषा) कर्नाटक सरकार ने राज्य गान की प्रस्तुति में एकरूपता लाने की लंबित मांग को पूरा करते हुए शुक्रवार को ‘नाद गीत’ का समय ढाई मिनट तय किया और कहा कि इसकी शैली प्रसिद्ध संगीतकार मैसूर अनंतस्वामी द्वारा रचित होगी।

प्रसिद्ध संगीतकार एच आर लीलावती की अध्यक्षता वाली एक समिति की सिफारिश के आधार पर यह निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, ‘‘प्रसिद्ध संगीतकार एच आर लीलावती की अध्यक्षता वाली एक समिति की सिफारिश के अनुसार मैसूर अनंतस्वामी द्वारा रचित स्वरूप में नाद गीत ढाई मिनट का होगा।’’

प्रख्यात कवि कुवेम्पु द्वारा लिखित नाद गीत-‘जय भारत जननिय तनुजते’ को आधिकारिक तौर पर 2004 में राज्य गान के रूप में घोषित किया गया था। यह सभी सरकारी समारोहों और स्कूलों में प्रतिदिन गाया जाता है। हालांकि, नाद गीत गायन के समय, धुन और शैली पर एकरूपता की कमी पर बहस होती रही है।

कन्नड़ और संस्कृति मंत्री वी सुनील कुमार ने राज्य गान के लिए शैली और गायन अवधि को मंजूरी देने को लेकर मुख्यमंत्री बोम्मई को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘‘नाद गीत को एक भी शब्द को छोड़े बिना आधिकारिक रूप से गाया जाएगा।’’

अब तक, ‘नाद गीत’ अलग-अलग शैलियों और धुनों में गाए जाते थे, और कुछ लोग इस गीत के लंबा होने का तर्क देते रहे हैं। इसे छोटा करने और गायन शैली में एकरूपता लाने की मांग लगातार होती रही है। कन्नड़ साहित्य परिषद (केएसपी) द्वारा 2019 में इसे ढाई मिनट करने का प्रस्ताव रखा गया था।

भाषा आशीष अविनाश

अविनाश

 

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