कर्नाटक: सिद्धरमैया ने खरगे से मुलकात की, मुख्यमंत्री बदले जाने की अटकलों को खारिज किया

कर्नाटक: सिद्धरमैया ने खरगे से मुलकात की, मुख्यमंत्री बदले जाने की अटकलों को खारिज किया

कर्नाटक: सिद्धरमैया ने खरगे से मुलकात की, मुख्यमंत्री बदले जाने की अटकलों को खारिज किया
Modified Date: November 23, 2025 / 01:16 am IST
Published Date: November 23, 2025 1:16 am IST

(तस्वीर के साथ)

बेंगलुरु, 22 नवंबर (भाषा) कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस में जारी खींचतान के बीच, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शनिवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से उनके आवास पर मुलाकात की।

मुख्यमंत्री ने हालांकि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज कर दिया।

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सिद्धरमैया ने खरगे के साथ अपनी मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया। वह शुक्रवार शाम को नई दिल्ली से लौटे थे।

सिद्धरमैया और उप मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर खींचतान चल रही है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि वह अपने पद पर बने रहेंगे और भविष्य में राज्य का बजट भी पेश करेंगे। जवाब में, शिवकुमार ने उन्हें ‘ऑल द बेस्ट’ कहा।

सिद्धरमैया ने खरगे से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह शिष्टाचार भेंट थी। हालांकि, इस दौरान हमने संगठन और बेंगलुरु महानगरपालिका सहित अगामी स्थानीय निकाय चुनावों पर भी चर्चा की।’’

सिद्धरमैया से जब संवाददाताओं ने पूछा कि क्या राज्य में मुख्यमंत्री बदलने को भी लेकर चर्चा हुई तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ अटकलें हैं। आपने (मीडिया) ही इसे बनाया है।’’

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने खरगे से यह नहीं पूछा कि कर्नाटक के कुछ कांग्रेस विधायक उनसे दिल्ली में क्यों मिले।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर मुझे विधायकों के खरगे से मिलने के पीछे की वजह के बारे में जानकारी इकट्ठा करनी है, तो मैं खुफिया विभाग से इकट्ठा करुंगा। मैंने विधायकों से यह नहीं पूछा है कि वे वहां क्यों गए थे।’’

कांग्रेस सूत्रों ने पहले बताया था कि कम से कम 15 विधायक और करीब एक दर्जन विधान परिषद सदस्य नई दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं ताकि कांग्रेस आलाकमान पर शिवकुमार को कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनाने के लिए दबाव डाल सकें।

इस बीच, केंद्रीय मंत्री एवं जनता दल सेक्युलर नेता एच डी कुमारस्वामी ने दावा किया कि कांग्रेस में ‘बड़े बदलाव’ होने वाले हैं और पार्टी कैडर को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।

भाषा

धीरज सुरेश

सुरेश


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