कार्तिगई दीपम दीपक विवाद: विहिप ने तमिलनाडु की द्रमुक सरकार को ‘हिंदू विरोधी’ बताया
कार्तिगई दीपम दीपक विवाद: विहिप ने तमिलनाडु की द्रमुक सरकार को 'हिंदू विरोधी' बताया
नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) कार्तिगई दीपम विवाद के बीच, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने शुक्रवार को तमिलनाडु में द्रमुक सरकार पर हमला बोलते हुये इसे ‘हिंदू विरोधी’ बताया और केंद्र से ‘हिंदुओं के संवैधानिक अधिकारों’ की रक्षा करने तथा राज्य में कानून का शासन सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
मदुरै के पास एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित मंदिर में पारंपरिक दीपक जलाने के मुद्दे पर विवाद तब पैदा हुआ जब स्थानीय प्रशासन ने कथित तौर पर कई श्रद्धालुओं को पारंपरिक अनुष्ठान करने से रोक दिया, जिसके कारण बृहस्पतिवार को तमिलनाडु भाजपा प्रमुख नैनार नागेंद्रन एवं अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया।
मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ द्वारा थिरुप्पारनकुंड्रम पहाड़ी पर एक प्राचीन पत्थर के खंभे पर दीपक जलाने की अनुमति देने वाले एकल न्यायाधीश के आदेश पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद नागेंद्रन एवं अन्य लोग पारंपरिक अनुष्ठान करने के लिए मौके पर एकत्र हुए।
पहाड़ी पर भगवान सुब्रमण्यम स्वामी का मंदिर है।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए द्रमुक सरकार की आलोचना करते हुए श्रद्धालुओं के खिलाफ की गई कार्रवाई को ‘हिंदुओं के मौलिक अधिकारों और संविधान पर हमला और साथ ही न्यायपालिका की अवमानना’ करार दिया।
इस मुद्दे से शुक्रवार को लोकसभा में हंगामा मच गया। द्रमुक नेता टी आर बालू ने भाजपा पर तमिलनाडु में सांप्रदायिक तनाव ‘भड़काने’ की कोशिश करने का आरोप लगाया, जबकि केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने ‘पूजा के अधिकार से इनकार’ करने के लिए तमिलनाडु सरकार पर पलटवार किया।
भाषा तान्या रंजन
रंजन

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