सभी आधिकारिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गाया जाएगा ‘केरलगानम’ : मंत्री |

सभी आधिकारिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गाया जाएगा ‘केरलगानम’ : मंत्री

सभी आधिकारिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गाया जाएगा ‘केरलगानम’ : मंत्री

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : July 4, 2022/10:58 am IST

कोट्टायम, चार जुलाई (भाषा) स्वतंत्रता सेनानी और कवि बोधेश्वरन द्वारा 1938 में लिखी गई देशभक्तिपूर्ण मलयालम कविता ‘केरलगानम’ का दक्षिणी राज्य में आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के उद्घाटन गीत के रूप में उपयोग किया जाएगा। प्रदेश के संस्कृति मंत्री शाजी चेरियन ने यह जानकारी दी।

मंत्री ने रविवार को जिले के वाइकोम में केरल राज्य फिल्म विकास निगम (केएसएफडीसी) के कई स्क्रीन वाले (मल्टीप्लेक्स) थिएटर के शिलान्यास समारोह में यह घोषणा की।

चेरियन ने कहा, “जय जय कोमल केरल धरणी” से शुरू होने वाली 25-पंक्ति की कविता को 2014 में केरल का सांस्कृतिक गीत घोषित किया गया था, लेकिन किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में इसे कभी नहीं गाया गया।

मंत्री ने कहा, “मुझे संस्कृति मंत्री बने 13 महीने हो गए हैं। कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के बावजूद, मैंने कहीं भी यह सांस्कृतिक गीत कभी नहीं सुना।” उन्होंने वाइकोम में शिलान्यास समारोह में पहली बार इसे गाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

गायक वी देवानंद और वाइकोम विजयलक्ष्मी को गाने को खूबसूरती से गाने के लिए बधाई देते हुए चेरियन ने कहा कि केएसएफडीसी के अध्यक्ष शाजी एन करुण को इस गीत के लिए संगीत तैयार करने को कहा गया है।

मंत्री ने यह भी कहा कि देवानंद और विजयलक्ष्मी गीत के लिए संगीत तैयार करने के बाद इसे गाएंगे।

‘केरलगानम’ गीत राज्य के गठन के बाद केरल विधानसभा की पहली बैठक में गाया गया था। तब इसे आकाशवाणी की कलाकार शारदामणि और राधामणि ने गाया था, जिन्हें ‘परवूर बहनें’ कहा जाता है।

भाषा

प्रशांत मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)