चेन्नई, आठ अक्टूबर (भाषा) चेन्नई स्थित एम एस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन ने भारत में कृषि एवं खाद्य सुरक्षा, पोषण, जलवायु परिवर्तन अनुकूलन, सामुदायिक क्षमता निर्माण और सतत आजीविका पर अनुसंधान व कार्यक्रमों के लिए संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की है। फाउंडेशन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
डब्ल्यूएफपी के भारत प्रतिनिधि एवं भारत निदेशक बिशव पारजुली और फाउंडेशन की प्रमुख मधुरा स्वामीनाथन ने शुक्रवार को इस सिलसिले में एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया।
पारजुली ने कहा कि साझेदारी अनुसंधान, राष्ट्रीय एवं वैश्विक पैरोकारी, जमीनी स्तर पर कार्य और विशेष रूप से पोषण एवं आजीविका के पहलुओं के इर्द गिर्द नीतिगत उपायों को एकजुट करने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएफपी और फाउंडेशन खाद्य सुरक्षा बेहतर करने, विशेष रूप से गरीबों और सर्वाधिक जोखिमग्रस्त समुदायों के बीच, के लिए समाधान उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
मधुरा स्वामीनाथन ने कहा कि भारत में डब्ल्यूएफपी और फाउंडेशन पायलट परियोजनाएं बनाएंगे और उन्हें क्रियान्वित करेंगे।
फाउंडेशन की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पिछले दो दशकों में भारत में डब्ल्यूएफपी और फाउंडेशन के बीच साझेदारी ने खाद्य एवं पोषण सुरक्षा विश्लेषण पर उल्लेखनीय कार्य किया है।
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सुभाष उमा
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