देवास, छह दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के देवास में एक शराब ठेकेदार का वीडियो सामने आने के कुछ दिनों बाद आबकारी विभाग ने अपनी एक अधिकारी को निलंबित कर दिया है। वीडियो में ठेकेदार ने अधिकारी पर रिश्वत की मांग करके उसे खुदकुशी के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था।
आबकारी कर विभाग के उपसचिव के हस्ताक्षर किए हुए निलंबन आदेश में कहा गया, ‘सोशल मीडिया और अखबारों से पता चला है कि शराब ठेकेदार दिनेश मकवाना ने अपनी जान देने से पहले देवास में प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त मंदाकिनी दीक्षित पर आरोप लगाए थे।’
इसमें कहा गया है कि आरोप पहली नजर में गंभीर होने के कारण कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने कहा कि दीक्षित ने आरोपों से इनकार किया है, लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है, हालांकि इस मामले की जांच चल रही है।
मकवाना (40) ने इन दुकानों का सरकारी ठेका जीतने के बाद देवास जिले में पांच शराब की दुकानें चलाईं। मकवाना की आठ नवंबर को देवास में कथित तौर पर जहर खाने से मौत हो गई।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कुंदन मंडलो ने बताया कि उनके परिवार ने 29 नवंबर को कनाडिया पुलिस थाने में उनकी मौत की जांच की मांग करते हुए शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद जांच शुरू की गई।
वीडियो में मकवाना को यह कहते हुए सुना गया कि दीक्षित ने उससे हर महीने रिश्वत की मांग की थी और उसने उसे पहले ही भुगतान कर दिया था। उसने आरोप लगाया कि जब तक दीक्षित को पैसे नहीं दिए गए, उसने गोदाम से सामान ले जाने की अनुमति नहीं दी।
मकवाना ने कहा कि इसी वजह से वह अपनी जान दे रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दीक्षित ने 24 नवंबर को देवास के पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत दी, जिसमें आरोप लगाया गया कि मकवाना की मां और दो अन्य लोगों ने उन्हें बड़ी रकम न देने पर वीडियो को प्रसारित करने की धमकी दी थी।
दीक्षित ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ आरोप झूठे हैं और मकवाना का परिवार उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है।
भाषा
सं, दिमो रवि कांत