महाराष्ट्र बाढ: एनडीआरएफ की 34 टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटीं

महाराष्ट्र बाढ: एनडीआरएफ की 34 टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटीं

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  • Publish Date - July 24, 2021 / 08:05 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:57 PM IST

नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में बचाव अभियान को तेज करने के लिए अपनी टीम की संख्या 26 से बढ़ाकर 34 कर दी। ये इलाके भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हैं।

एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य प्रशासन के साथ विचार-विमर्श करने के बाद इन दलों को मुंबई, रत्नागिरि, ठाणे, पालघर, रायगढ़, सतारा, सांगली, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, पुणे और नागपुर में बचाव एवं राहत कार्य के लिए तैनात किया जा रहा है।

प्रवक्ता ने बताया, ‘‘ स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ की आठ टीमें कोलकाता और वडोदरा से विमान के जरिये महाराष्ट्र पहुंचाई गई और प्रभावित इलाकों में इन्हें तैनात किया गया है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘इसके साथ ही राज्य में एनडीआरएफ की तैनात कुल टीमों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है।’’

प्रवक्ता के मुताबिक राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने अबतक फंसे हुए 1,800 लोगों को बचाया है जबकि 87 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। उन्होंने बताया, ‘‘ इन टीमों ने भूस्खलन वाले विभिन्न स्थानों से अबतक 52 शवों को निकाला है जबकि लापता लोगों की गहनता से तलाश जारी है।’’

प्रवक्ता ने बताया कि बल महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के जिलों की भारत मौसम विज्ञान विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान और केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट का पालन कर रहा है। राज्य के इन इलाकों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है।

एनडीआरएफ की एक टीम में सामान्य तौर पर 47 कर्मी होते हैं और इनके पास जीवन रक्षक, हवा भरी नौका और पेड़ तथा पोल काटने वाले उपकरण होते हैं।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों पर बाढ़ और भूस्खलन से अबतक कम से कम 76 लोगों की मौत हुई है, 38 घायल हुए हैं और 59 अब भी लापता हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक रायगढ़ जिला सबसे अधिक प्रभावित है जहां पर अबतक 47 लोगों की जान गई है जिनमें तलाई गांव में बृहस्पतिवार को भूस्खलन की चपेट में आने से 37 लोगों की मौतें शामिल हैं।

भाषा धीरज उमा

उमा