किसान के कथित अपमान के मामले में महिंद्रा के शीर्ष अधिकारियों ने कदम उठाने का दिया भरोसा

किसान के कथित अपमान के मामले में महिंद्रा के शीर्ष अधिकारियों ने कदम उठाने का दिया भरोसा

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  • Publish Date - January 25, 2022 / 08:26 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:43 PM IST

नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के शीर्ष अधिकारियों ने यह बात सामने आने के एक दिन बाद मंगलवार को तत्काल उपचारात्मक कदम उठाने का वादा किया कि कर्नाटक के एक शोरूम में कंपनी का पिकअप ट्रक खरीदने गए एक किसान का बिक्री कर्मचारियों द्वारा कथित रूप से अपमान किया गया।

कर्नाटक के तुमकुर में हुई घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें किसान ने दावा किया कि जब वह ’10 लाख रुपये’ कीमत वाला बोलेरो पिकअप ट्रक लेने गया तो एक बिक्री कर्मचारी द्वारा उससे कहा गया कि शायद ‘उसकी जेब में 10 रुपये’ भी नहीं होंगे।

महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘‘महिंद्राराइज का मुख्य उद्देश्य हमारे समुदायों और सभी हितधारकों को ऊपर उठने में सक्षम बनाना है तथा इसका मुख्य मूल उद्देश्य व्यक्ति की गरिमा को बनाए रखना है। इस उद्देश्य से किसी भी विपथन को बड़ी तत्परता से संबोधित किया जाएगा।’’

साथ ही, महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक और सीईओ अनीश शाह ने भी सोशल मीडिया पर यह घोषणा की कि कंपनी इस मुद्दे से तत्काल निपट रही है। शाह ने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ग्राहक केंद्रित और व्यक्ति की गरिमा महिंद्राराइज का आधार है … हम इस मुद्दे को तत्काल संबोधित कर रहे हैं।’’

कंपनी द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से बताते हुए, एम एंड एम लिमिटेड के सीईओ ऑटोमोटिव डिवीजन वीजय नाकरा ने ट्वीट किया, ‘‘डीलर ग्राहक केंद्रित अनुभव प्रदान करने का एक अभिन्न अंग हैं और हम अपने सभी ग्राहकों का सम्मान सुनिश्चित करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘हम घटना की जांच कर रहे हैं और किसी भी उल्लंघन के मामले में उचित कार्रवाई करेंगे, जिसमें अग्रिम मोर्चे के कर्मियों की काउंसलिंग और प्रशिक्षण भी शामिल है’’’

वीडियो में, किसान और उसके दोस्तों ने दावा किया कि उसे उसकी वेषभूषा के आधार पर विक्रेता द्वारा खारिज कर दिया गया था। एक बहस के बाद, किसान ने विक्रेता को चुनौती दी कि यदि वह एक घंटे के भीतर पैसे लेकर वापस आया तो वाहन की डिलीवरी की उसी दिन करने की व्यवस्था की जाए।

जब वह नकद लेकर लौटा, तो लंबी प्रतीक्षा अवधि के कारण विक्रेता तत्काल डिलीवरी का प्रबंधन नहीं कर सका। किसान और उसके दोस्तों ने तब विक्रेता से माफी की मांग की, उसके बाद उनके बीच तीखी बहस हुई और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। जब बिक्री कर्मचारियों ने माफी मांगी, तो किसान यह कहकर चला गया कि वह शोरूम से नहीं खरीदना चाहता।

भाषा अमित नरेश माधव

माधव