जुल्म-ज्यादती करने वाले सांसद की जमानत जब्त कराएं किसान : मायावती की ‘टेनी’ के खिलाफ अपील

जुल्म-ज्यादती करने वाले सांसद की जमानत जब्त कराएं किसान : मायावती की 'टेनी' के खिलाफ अपील

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  • Publish Date - May 7, 2024 / 06:28 PM IST,
    Updated On - May 7, 2024 / 06:28 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

लखीमपुर खीरी (उप्र), सात मई (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार को लखीमपुर खीरी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र ‘टेनी’ का नाम लिये बिना उन पर किसानों का शोषण और उनपर, जुल्म-ज्यादती का आरोप लगाया। बसपा अध्यक्ष ने साथ ही मतदाताओं से मौजूदा सांसद मिश्र की जमानत जब्त कराने की भी अपील की।

बसपा प्रमुख ने यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यहां भाजपा का जो वर्तमान सांसद है, फिर से चुनाव लड़ रहा है, उसने किसानों का बड़ा शोषण किया है, यहां पर काफी लोगों को, किसान भाइयों को जुल्म ज्यादती का शिकार होना पड़ा है।’’

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने कथित तौर पर 2021 में यहां तिकुनिया में प्रदर्शनकारी किसानों पर अपनी कार चढ़ा दी थी। उनपर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा, ‘‘मेरा किसान भाइयों से, चाहे सिख हैं, पंजाबी हैं, सभी किसान भाइयों से अपील है कि इस चुनाव में भाजपा से चुनाव लड़ रहे सांसद की जमानत जब्‍त कराकर बदला लें।’’

अक्टूबर 2021 में जिले के तिकुनिया क्षेत्र में किसान आंदोलन के दौरान हुई एक घटना को याद करते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि लखीमपुर में बड़ी संख्या में सिख एवं खेती करते हैं और जब भी उन्होंने अपनी समस्याओं को लेकर आंदोलन करने की कोशिश की तो भाजपा सरकार ने उसे कुचलने का काम किया है।

तीन अक्टूबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर खीरी जिले के दौरे के समय विरोध प्रदर्शन ने उस समय गंभीर रूप ले लिया था, जब कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की एसयूवी द्वारा रौंद दिए जाने से चार किसानों की मौत हो गई। इस हिंसा में कुल आठ लोगों की मौत हुई थी।

उन्होंने लखीमपुर में बड़ी संख्या में मौजूद सिखों का जिक्र करते हुए सिख विरोधी दंगों को भी याद किया और कहा कि उन्हें तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान बड़े पैमाने पर हुई हिंसा और तबाही के लिए कांग्रेस को कभी माफ नहीं करना चाहिए।

बसपा प्रमुख ने आरोप लगाया, ‘‘जब कांग्रेस सरकार में थी तो सिख समाज का काफी शोषण हुआ था।’’ उन्होंने 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘गलती सिख समाज के एक दो लोगों ने की लेकिन उस समय सिख समाज के लोगों को बड़े पैमाने पर तबाह और बर्बाद किया गया था।’’

मायावती ने सिख समाज के लोगों से अपील की कि उस समय को नहीं भूलें और कांग्रेस कभी माफ नहीं करें। उन्होंने दावा कि उनकी सरकार के दौरान यह सब नहीं होने दिया और हर मजहब के लोगों के जान माल की पूरी हिफाजत की।

उन्होंने कहा, ‘‘जब भी बसपा उत्तर प्रदेश की सत्ता में रही, उसने न केवल उचित दरों पर खेती के लिए सुविधाएं प्रदान की, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि उन्हें (किसानों को) उनकी उपज का सही मूल्य मिले।’’

बसपा प्रमुख ने लखीमपुर खीरी क्षेत्र से पंजाबी समाज से आने वाले अंशय कालरा को अपना उम्मीदवार बनाया है।

इस सभा में लखीमपुर, धौरहरा और सीतापुर से अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की जीत की अपील करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘जब उनकी पार्टी सत्ता में थी तो उन्होंने किसानों और उनकी जरूरतों का उचित ख्याल रखा।’’

उन्होंने चुनावी रैली में अंशय कालरा के अलावा धौरहरा से पार्टी उम्मीदवार श्याम किशोर अवस्थी और सीतापुर से महेंद्र सिंह यादव के लिए वोट की अपील की।

मायावती ने कालरा को लेकर स्‍पष्‍ट कहा, ‘‘बसपा पहले गाजियाबाद से अंशय कालरा को मैदान में उतारना चाहती थी, लेकिन जब हमें पता चला कि पंजाबी सिख यहां अधिक हैं तो हमने उन्हें यहां से मैदान में उतारने का फैसला किया।’’

उन्होंने दावा कि ‘‘मुझे लगता है कि बसपा ने जितने ब्राह्मणों को टिकट दिया है, उतना किसी अन्य पार्टी ने नहीं दिया है।’’

खीरी, धौरहरा और सीतापुर में चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा।

भाषा आनन्द

धीरज

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